Varanasi: कहीं खुशी, कहीं गम, हवाई अड्डे पर हाहाकार तो IIT-BHU में ऑफर्स की भरमार
एक ओर इंडिगो संकट से पर्यटन उद्योग को करोड़ों का नुक़सान, वहीं दूसरी ओर शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक क्षेत्रों से आईं अहम ख़बरें।
वाराणसी के लिए शनिवार का दिन विरोधाभासी तस्वीरों से भरा रहा, जिसे 'कहीं खुशी, कहीं गम' की कहावत सटीक रूप से बयां करती है। एक तरफ जहां लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इंडिगो की उड़ानें रद्द होने से यात्रियों में हाहाकार मचा रहा और पर्यटन उद्योग को करोड़ों का झटका लगा, वहीं दूसरी ओर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान IIT BHU ने प्लेसमेंट में ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित कर शहर का मस्तक गर्व से ऊंचा कर दिया। इन दो बड़ी घटनाओं के बीच, यह रिपोर्ट काशी के सांस्कृतिक उत्सवों, प्रशासनिक सक्रियता, सामाजिक पहलों और जमीनी चुनौतियों की भी पड़ताल करती है, जो शहर के बहुआयामी चरित्र को समग्रता में दर्शाती है।
हवाई अड्डे पर संकट और पर्यटन पर गहरा असर
वाराणसी, जो अपनी अर्थव्यवस्था के लिए काफी हद तक पर्यटन पर निर्भर है, के लिए हवाई संपर्क जीवन रेखा के समान है। शनिवार को इस जीवन रेखा पर तब गंभीर संकट मंडरा गया, जब इंडिगो एयरलाइंस ने अपनी लगभग 18 उड़ानें रद्द कर दीं। इस अप्रत्याशित फैसले से लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अराजकता का माहौल बन गया। सैकड़ों परेशान यात्री लंबी कतारों में फंसे रहे और कई लोगों ने शिकायत की कि एयरलाइन के कर्मचारी सहायता के लिए काउंटर पर मौजूद नहीं थे, जिससे उनकी नाराजगी और बढ़ गई।
इस संकट का नकारात्मक प्रभाव शहर के पर्यटन उद्योग पर सीधे तौर पर पड़ा, जिसे पचास करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ। पर्यटन वेलफेयर एसोसिएशन TWA उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष राहुल मेहता के अनुसार, बड़ी संख्या में पर्यटकों ने अपनी बुकिंग रद्द कर दी है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, प्रशासन ने राहत के लिए कदम उठाए। पूर्वोत्तर रेलवे ने फंसे हुए यात्रियों के लिए रविवार को बनारस से मुंबई लोकमान्य तिलक टर्मिनल और दिल्ली आनंद विहार टर्मिनल के लिए विशेष ट्रेनें चलाने की घोषणा की। यह संकट ऐसे समय में आया है जब शहर में कई बड़े सांस्कृतिक आयोजन चल रहे हैं, जिससे उनकी सफलता पर भी असर पड़ने की आशंका है।
शिक्षा और उपलब्धियों की चमक
एक ओर जहां शहर परिवहन संकट से जूझ रहा था, वहीं दूसरी ओर इसके प्रमुख शिक्षण संस्थानों ने ज्ञान के केंद्र के रूप में इसकी वैश्विक प्रतिष्ठा को और मजबूत किया। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान IIT BHU ने अपने प्लेसमेंट अभियान में एक नया इतिहास रच दिया, जो शहर के लिए एक बड़ी उपलब्धि बनकर उभरा।
रिकॉर्ड गति संस्थान ने मात्र पांच दिनों में 1005 ऑफर हासिल किए, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 12वें दिन पूरा हुआ था।
उच्चतम पैकेज एक छात्र को 1.67 करोड़ रुपये का सर्वोच्च पैकेज मिला।
औसत पैकेज छात्रों का औसत पैकेज 29.23 लाख रुपये रहा।
करोड़पति छात्र पहले दिन ही 17 छात्रों को एक करोड़ रुपये से अधिक का पैकेज मिला।
IIT BHU के निदेशक प्रोफेसर अमित पात्रा ने इस सफलता का श्रेय छात्रों की नवोन्मेषी सोच और संस्थान के उद्योगों के साथ मजबूत सहयोग को दिया।
शैक्षणिक क्षेत्र में उपलब्धियों का सिलसिला यहीं नहीं रुका। बीएचयू के क्षेत्रीय नेत्र संस्थान के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर आर पी मौर्य को विश्व मानवाधिकार दिवस के अवसर पर नेत्र विज्ञान में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए दो प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा काशी विद्यापीठ में तीन दिवसीय पुस्तकालय अभिविन्यास कार्यक्रम संपन्न हुआ जिससे पाँच सौ से अधिक छात्रों को लाभ मिला।
काशी में संस्कृति, सुरक्षा और समाधान
'काशी तमिल संगमम' के चौथे संस्करण के कार्यक्रम सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। शनिवार को तमिलनाडु से आए लेखकों के तीसरे समूह का बनारस स्टेशन पर डमरू वादन और पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया गया जिसमें राज्य मंत्री अनिल राजभर भी मौजूद रहे।
इस आयोजन के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस उपायुक्त सरवनन थंगमणि के अनुसार शहर की निगरानी के लिए दस सदस्यीय टीम मिनी, मैक्रो और नैनो ड्रोन का उपयोग कर रही है। ये ड्रोन बड़े क्षेत्रों को कवर करते हैं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत नियंत्रण कक्ष को सूचना भेजते हैं।
प्रशासन ने आम जनता की समस्याओं के समाधान पर भी विशेष ध्यान दिया। पिंडरा तहसील में 'सम्पूर्ण समाधान दिवस' आयोजित किया गया जहां जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने लोगों की शिकायतें सुनीं और अधिकारियों को समय पर निवारण के निर्देश दिए।
अपराध, हादसे और स्थानीय मुद्दे
पुलिस और आबकारी विभाग की संयुक्त टीम ने चौबेपुर के परानापुर कंजर बस्ती में अवैध कच्ची शराब के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। एसीपी सारनाथ विदुष सक्सेना के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई में पचास से अधिक भट्ठियां और दस कुंतल लहन नष्ट किया गया।
सड़क हादसे भी चिंता का विषय बने रहे। ढाका गांव में तेज रफ्तार बाइक ने साइकिल सवार अतुल निषाद को टक्कर मार दी जिससे उनका पैर टूट गया। इसके अलावा सारनाथ फरीदपुर के पास रिंग रोड पर तेज रफ्तार पिकअप ने तीन वाहनों को टक्कर मार दी जिससे वाहन गड्ढे में जा गिरे।
बिजली बिल को लेकर भी शिकायतें सामने आईं। घमहापुर निवासी धर्मेंद्र देव को दो लाख सत्रह हजार रुपये का बिल मिला जिसे लेकर वह विभागीय चक्कर लगा रहे हैं। कैथी टोल प्लाजा पर स्थानीय वाहनों को टोल छूट देने को लेकर विवाद भी जारी है।
समाज, स्वास्थ्य और किसान
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने चिरईगांव में पंच परिवर्तन अभियान के तहत घर घर जाकर संवाद किया और सामाजिक समरसता तथा स्वदेशी जैसे विषयों पर चर्चा की।
खरगीपुर में सर्वेद मंदिर द्वारा आयोजित कार्यक्रम में लगभग पांच सौ लोगों को कंबल वितरित किए गए।
कृषि क्षेत्र में मेहंदीगंज में किसानों को पराली प्रबंधन के बारे में जागरूक किया गया। कृषि विज्ञान केंद्र कल्लीपुर में कृषि सखियों के लिए पांच दिवसीय प्राकृतिक खेती प्रशिक्षण पूरा हुआ।
एक स्वास्थ्य रिपोर्ट में बताया गया कि वाराणसी में हर 36 पुरुषों में से एक को तंबाकू सेवन के कारण मुख कैंसर का खतरा है। महिलाओं में स्तन कैंसर सबसे आम पाया गया। होमी भाभा कैंसर अस्पताल की डॉ दिव्या खन्ना ने कहा कि तंबाकू छोड़कर कैंसर के जोखिम से बचा जा सकता है।
कुल मिलाकर यह दिन वाराणसी के लिए उतार चढ़ाव से भरा रहा जिसने शहर की चुनौतियों सफलताओं सांस्कृतिक गतिविधियों और सामुदायिक भावना को सामने रखा।

