सेहत पर भारी पड़ सकती है घर की वास्तु दोषी बनावट, जानिए क्यों बीमार रहते हैं घर के सभी सदस्य

सेहत पर भारी पड़ सकती है घर की वास्तु दोषी बनावट, जानिए क्यों बीमार रहते हैं घर के सभी सदस्य
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कई बार ऐसा देखने को मिलता है कि लोग पूरी तरह से संतुलित आहार ले रहे होते हैं, नियमित रूप से व्यायाम करते हैं और स्वस्थ जीवनशैली अपनाते हैं, फिर भी उनके शरीर में कोई न कोई बीमारी बनी रहती है। थकान, सिरदर्द, अनिद्रा या बार-बार बीमार पड़ने जैसी समस्याएं उनकी दिनचर्या का हिस्सा बन जाती हैं। अगर ऐसी स्थिति लगातार बनी रहे और सभी मेडिकल उपाय फेल हो जाएं, तो इसका कारण केवल शारीरिक नहीं बल्कि घर का वास्तु दोष भी हो सकता है।

घर का वातावरण बन सकता है बीमारी की जड़

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का हर कोना—चाहे वह किचन हो, बेडरूम या टॉयलेट—हमारी मानसिक और शारीरिक स्थिति को प्रभावित करता है। यदि कोई हिस्सा गलत दिशा में बना हो या वहां लगातार गंदगी, अंधकार या अव्यवस्था बनी रहती हो, तो यह स्थान नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है। यही ऊर्जा धीरे-धीरे पूरे घर में फैलती है और वहां रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य को प्रभावित करने लगती है।

गलत दिशा में बना किचन, बेडरूम और टॉयलेट बढ़ा सकते हैं बीमारियां

जैसे दक्षिण-पूर्व दिशा को अग्नि कोण कहा गया है और यह किचन के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है। अगर किचन इस दिशा की बजाय उत्तर-पूर्व में बना हो तो यह शरीर में पाचन संबंधी गड़बड़ी, मानसिक तनाव और बार-बार बीमार पड़ने का कारण बन सकता है। इसी तरह बेडरूम अगर दक्षिण-पश्चिम की बजाय उत्तर-पूर्व में हो, तो नींद से जुड़ी समस्याएं और तनाव हो सकते हैं। टॉयलेट की गलत स्थिति भी बीमारियों और मानसिक असंतुलन को न्योता देती है।

सकारात्मक ऊर्जा के लिए जरूरी हैं कुछ छोटे वास्तु उपाय

घर में नियमित रूप से सफाई रखना, सूर्य की रोशनी का प्रवेश सुनिश्चित करना और पूजा स्थल को साफ एवं सुव्यवस्थित बनाए रखना बहुत जरूरी है। साथ ही, घर में तुलसी का पौधा, नमक के पानी से पोंछा लगाना और उचित दिशा में दर्पण का उपयोग करना जैसे उपाय नकारात्मक ऊर्जा को कम करते हैं। घर के प्रत्येक हिस्से का वास्तु के अनुसार संतुलन रखने से न केवल स्वास्थ्य बेहतर होता है, बल्कि मानसिक शांति और ऊर्जा भी बनी रहती है।

अगर बार-बार डॉक्टर बदलने और तमाम इलाज कराने के बावजूद सेहत नहीं सुधर रही, तो एक बार अपने घर की वास्तु स्थिति पर ध्यान दें। वास्तु दोष न केवल आर्थिक और पारिवारिक जीवन में बाधा डालता है, बल्कि यह आपकी सेहत का भी दुश्मन बन सकता है। एक सटीक वास्तु सलाहकार की मदद से घर के दोषों को पहचानें और सरल उपायों के साथ अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएं। स्वस्थ शरीर और सुखद जीवन के लिए वास्तु का संतुलन उतना ही जरूरी है, जितना भोजन और व्यायाम।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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