बालिका गृह में बजाए जाते थे अश्लील गाने, होटल में एक साथ भेजी जाती थीं चार-चार लड़कियां
- In बिहार 31 July 2018 1:03 PM IST
मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। खबर के मुताबिक बालिका गृह की लड़िकयों के साथ जिस्मफरोशी का धंधा भी किया जाता था। उन्हें जबरन होटल में भेजा जाता था। यही नहीं जिस्म की मंडी में चार-चार लड़कियों को एक साथ भेजा जाता था। होटल में उनकी बोली लगने के बाद उनके साथ दुष्कर्म किया जाता था। बच्चियों के मना करने पर उनको मारा-पीटा जाता था।
बालिका गृह की एक बच्ची ने कहा कि उसे कई बार गंदे काम के लिए बाहर होटल में ले जाया गया। यह सभी काम ब्रिजेश ठाकुर की मर्जी से होता था। ब्रिजेश या उसके गुर्गे अकसर लड़कियों को होटल ले जाते थे। जहां उनके साथ कई-कई लोग दुष्कर्म करते थे।
वहीं बिहार पुलिस ने ब्रिजेश ठाकुर पर एक और केस दर्ज किया है। मुजफ्फरपुर में ब्रिजेश के अन्य आश्रय घरों से 11 महिलाओं के गायब होने का मामला दर्ज किया गया है। बालिका गृह केस मामले में ब्रिजेश ठाकुर मुख्य आरोपी है।
शाम को 6-7 बजते ही सज जाती थी महफिल
जानकारी के मुताबिक शाम होते ही बालिका गृह में महफिल सज जाती थी। बाहरी लोग आकर बच्चियों के साथ बलात्कार को अंजाम देते थे। लेकिन उसके पहले लड़कियों को नशे की टेबलेट दी जाती थी जिसके बाद ये गंदा खेल खेला जाता था। बता दें कि कुछ दिन पहले ही जांच के दौरान बालिका गृह से 63 प्रकार की दवाइयां मिली थीं। जिसमें मिर्गी के इंजेक्शन भी शामिल थे। यह इंजेक्शन लड़कियों को बेहोश करने के लिए लगाए जाते थे।
एक बच्ची ने अपने बयान में भी कहा था कि एक दिन उसे एक टेबलेट खाने को दी गई। जिसके बाद वह बेहोश हो गई। जब वह होश में आई तो उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे। बाद में उसे पता चला कि उसका रेप किया गया है।
ब्रिजेश ठाकुर के साथ आते थे बाहरी लोग
शाम को 6-7 बजते ही बालिका गृह में अश्लील भोजपुरी गाने बजाए जाते थे। इस बीच लड़कियों को लाया जाता था। फिर संचालक और अन्य लोगों की हावानियत शुरू हो जाती थी। बालिका गृह में देर रात तक नंगा नाच और दुष्कर्म करने का खेल खेला जाता था। इस दौरान लड़किया रोती गिड़गिड़ाती रहती थीं। लेकिन इन लोगों पर कोई फर्क नहीं पड़ता था।
जब लड़कियां ज्यादा चिल्लातीं और मना करतीं तो उनकी बेरहमी से पिटाई की जाती थी। इस दौरान दिव्यांग और गूंगी लड़कियों को भी नहीं बख्शा जाता था। लड़कियों ने अपने बयान में कहा कि इन सभी कामों में बालिका गृह का संचालक शामिल रहता था।