गले मिल कर बीजेपी ने छोड़ा आंध्र में टीडीपी का साथ, केंद्र में भी बिछड़ना तय!
- In बिहार 8 March 2018 11:17 AM IST
आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा...Editor
आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने की मांग पर अड़ी टीडीपी एनडीए से अलग होने की कगार पर है. राज्य सरकार में बीजेपी के मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है, तो वहीं आज ही केंद्र सरकार से टीडीपी कोटे के मंत्री इस्तीफा देंगे. दोनों पार्टियों के बीच में बढ़ रही राजनीतिक तल्खी के बीच भी एक अलग बात देखने को मिली.
जिस दौरान बीजेपी कोटे के मंत्री आंध्र प्रदेश सरकार से इस्तीफा देने पहुंचे तो वहां मौजूद टीडीपी मंत्रियों से गले मिले और उसके बाद अपना इस्तीफा सौंपा. बीजेपी कोटे के ये दो मंत्री कामिनेनी श्रीनिवास, माणिक्याला राव हैं.
दोनों मंत्रियों के इस्तीफा देने के बाद मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इस बात की जानकारी आंध्रप्रदेश विधानसभा में भी दी. उन्होंने कहा कि बीजेपी कोटे के मंत्रियों ने राज्य सरकार से इस्तीफा दे दिया है. इन दोनों मंत्रियों ने अपने विभाग में काफी अच्छा काम किया था. मैं इनका धन्यवाद देता हूं. नायडू ने ये भी बताया कि केंद्र सरकार से उनके कोटे के मंत्री भी आज इस्तीफा देंगे.
केंद्र में भी टूटेगा साथ!
उधर, टीडीपी का कहना है कि हमारे दोनों मंत्री आज केंद्र सरकार से इस्तीफा देंगे. टीडीपी ने कहा कि जिस दौरान आंध्र प्रदेश का बंटवारा हुआ तो हैदराबाद तेलंगाना में चला गया, जिससे हमें काफी घाटा हुआ था. आंध्र प्रदेश के साथ इंसाफ नहीं हुआ है. राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात कर सकते हैं.
इससे इतर एनडीए में साझेदार रामदास अठावले ने इस मुद्दे पर बीजेपी का साथ दिया है. उन्होंने कहा कि टीडीपी का इस प्रकार गठबंधन तोड़ना सही नहीं है. पीएम मोदी और अमित शाह हर किसी को मिलने का समय देते हैं. अगर केंद्र सरकार हर किसी राज्य को विशेष दर्जा देगी तो काफी मुश्किल हो जाएगा.
सदन में बयान देंगे दोनों मंत्री
केंद्रीय मंत्री अशोक गणपति राजू और वाई एस चौधरी आज लोकसभा और राज्यसभा में बयान दे सकते हैं. जिसके बाद वह अपना इस्तीफा सौंपेंगे. इसके बावजूद टीडीपी सांसद अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे.
केंद्र ने आंध्र से वादा नहीं निभाया
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और टीडीपी के शीर्ष नेता चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि उनके राज्य के साथ अन्याय हुआ है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा नहीं निभाया है. जिसके चलते हमने केंद्र सरकार से अलग होने का फैसला किया है. नायडू ने ये भी कहा कि वो सत्ता के भूखे नहीं हैं.