तेज प्रताप के पूर्व सचिव का बड़ा खुलासा: लालू परिवार को दीमक की तरह खा रहे ये तीन लोग
- In बिहार 19 Jun 2018 12:33 PM IST
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे व पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव ने हाल ही में पार्टी में कुछ 'चुगलखारों' की चर्चा करते हुए अपनी अनदेखी का आरोप लगाया था। उन्हाेेंने पार्टी में असामजिक तत्वों के जमावड़ा की भी बात कहकर सनसनी फैला दी थी। पार्टी केे वरिष्ठों के हस्तक्षेप से लालू परिवार में वर्चस्व का विवाद सुलझा तो लिया गया, लेकिन तेज प्रताप के पूर्व सचिव ने पार्टी के ऐसे तत्वों का खुलासा करता बयान देकर फिर विवाद खड़ा कर दिया है।
तेजप्रताप के पूर्व सचिव ने लगाए ये आरोप
तेज प्रताप यादव के सचिव रहे अभिनन्दन ने कहा हैै कि पार्टी के तीन 'फ्रॉड' लोग नहीं चाहते कि तेज प्रताप नेता बनें। अभिन्न्दन ने कहा कि पार्टी के मणि यादव, ओमप्रकाश यादव तथा नागमणि यादव तेज प्रताप यादव के खिलाफ साजिश करते हैं। वे पार्टी व लालू परिवार को दीमक की तरह खा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि तीनों लोग 'महा फ्रॉड' हैं और वे मैडम (राबड़ी देवी) की गलत कान भरते रहते हैं। उनके पास इतनी संपत्ति कहां से आई, इसकी भी जांच होनी चाहिए।
अभिनन्दन ने कहा कि वे आठ साल तक तेज प्रताप के पीए रहे। बीच में इन तीनों के कारण ही उन्हें हटा दिया गया था। लेकिन, अब वे फिॅबर तेज प्रताप के साथ हैं।
पहली बार सार्वजनिक हुई थी नाराजगी
दरअसल, तेज प्रताप ने इससे पहले कभी मुंह नहीं खोला था। उनकी तल्खी पहली बार लालू-राबड़ी आवास की चारदीवारी को पार कर सार्वजनिक हुई थी। धार्मिक स्वभाव के तेजप्रताप बयानों में विरोधी दलों के नेताओं की जमकर खबर लेते रहे हैं, लेकिन परिवार के प्रति उनका व्यवहार अभी तक संयमित, शांत और शालीन देखा गया था। इससे बड़ा विवाद खड़ा हो गया था।
तेज प्रताप अपनी सीमा से भी वाकिफ हैं। यही वजह है कि उन्होंने उस वक्त भी मुंह नहीं खोला, जब छोटे भाई को पारिवारिक सहमति से लालू का राजनीतिक वारिस घोषित किया गया। यहां तक कि पार्टी में तेजस्वी के बढ़ते कद-पद और दायरे के बावजूद खुद को अपने भाई का सारथी समझकर ही वह गौरवान्वित होते रहे। महागठबंधन सरकार के दौरान न तो डिप्टी सीएम की कुर्सी पर नजर गड़ाई और न ही सत्ता से बेदखल होने पर नेता प्रतिपक्ष पद के लिए मचले।
फिर खड़ा हुआ नया विवाद
तेज प्रताप के बयान के बाद के बाद सुलझतेे दिख रहे इस मामले को इस बयान ने फिर विवादित कर दिया हैैै। इस बाबत आरोपों के घेरे में आए तीनों नेताओं की प्रतिक्रिया अभी नहीं मिल सकी है।
बढ़ सकती थी परिवार की परेशानी
तेज प्रताप के तेवर के बाद अब उनके पूर्व सचिव के बयान से राजद में फिर नए विवाद की आशंंका है। पार्टी अभी नाजुक और पुनर्निर्माण के दौर से गुजर रही है। लालू प्रसाद गंभीर रूप से बीमार हैं। राबड़ी देवी, मीसा भारती एवं तेजस्वी समेत परिवार के अन्य सदस्य भी कानूनी झंझटों में फंसे हैं। केंद्रीय जांच एजेंसियों का शिकंजा प्रतिदिन कसता जा रहा है। ऐसे में इससे परेशानियों की सूची लंबी हो सकती थी। खासकर लोकसभा चुनाव के साल मेंं