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पप्‍पू यादव बोले: मैं लालू का असली वारिस, शासन नहीं चल रहा तो इस्‍तीफा दें नीतीश

जन अधिकार पार्टी के संरक्षक व...Editor

जन अधिकार पार्टी के संरक्षक व सांसद पप्पू यादव ने खुद को राष्‍ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का असली वारिस बताया है। पप्‍पू ने कहा कि वे अनुकंपा पर राजनीति करने वाले 'ट्विटर ब्‍वॉय' नहीं हैं। मुजफ्फरपुर में पूर्व मेयर समीर कुमार की हत्या और उसके बाद एसएसपी हरप्रीत कौर के तबादले के लिए उन्‍होंने सफेदपोशों को जिम्मेवार ठहराया। बिहार में कानून व्‍यवस्‍था पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार से शासन नहीं चल रहा तो उन्‍हें इस्‍तीफा देकर चुनाव कराना चाहिए।

परिवार ने लालू को बना दिया धृतराष्ट्र

पप्‍पू यादव ने सोमवार को कहा कि बिहार में सामाजिक न्या‍य और गरीबों के हित में काम की शुरुआत लालू प्रसाद यादव और पप्पू यादव ने की थी। किसी का नाम लिए बिना उन्‍होंने (तेजस्‍वी यादव पर) तंज कसा कि वे अनुकंपा पर राजनीति करने वाले ट्विटर ब्‍वॉय नहीं हैं। पप्‍पू यादव ने खुद को राजद का असली वारिस बताते हुए कहा कि लालू यादव के परिवार के लोगों ने ही साजिश के तहत उन्हें धृतराष्ट्र बना दिया। कहीं यही लोग अपनी ओछी राजनीति के लिए उनकी हत्या न करवा दें।

पप्पू यादव ने कहा कि लालू यादव आज जिस हाल में हैं, उसके लिए उनका परिवार ही जिम्मेदार है। हम जनहित में संघर्ष करते हैं, ट्विटर पर नहीं।

एससपी के तबादले के लिए सफेदपोश जिम्‍मेदार

उन्‍होंने मुजफ्फरपुर में पूर्व मेयर समीर कुमार की हत्या और उसके बाद एसएसपी हरप्रीत कौर के तबादले के लिए सफेदपोशों को जिम्मेवार ठहराया। पूछा कि आखिर अब तक शूटर की गिरफ्तारी क्यों नहीं हो सकी? बिना उसकी गिरफ्तारी के सच्चांई का पता नहीं चलेगा। इसके अलावा सरकार के एक मंत्री के बेटे का समीर के साथ किस बात को लेकर झगड़ा था? मंत्री का मोबाइल बंद क्यों है? जब हरप्रीत कौर इस मामले की साजिश का पर्दाफाश करना चाहती थीं, तब उनका तबादला क्यों कर दिया गया?

पप्‍पू यादव ने कहा कि इस मामले में सीबीआइ जांच के बिना दोषियों का पता लगाना संभव नहीं है। इसलिए वे जांच की मांग करते हैं।

सांसद ने कहा कि बिहार में हो रही अधिकतर हत्याओं की वजह है जमीन की दलाली, जिसमें नेताओं व अधिकारियों की भी संलिप्तता बड़े पैमाने पर है। उनकी जमीन हड़पने की साजिश में हत्या स्वाभाविक है।

बालू माफिया को सत्‍ता का संरक्षण

राज्‍य में बालू माफिया को सत्‍ता संरक्षण पर पप्पू यादव ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है कि बालू माफिया पर न तो सत्ता में बैठे लोग बोलते हैं और न ही विपक्ष? शायद इसलिए कि दोनों के आंगन इन्हीं बालू माफिया के कारण भरते हैं। जब बालू माफिया पर आपराधिक केस दर्ज हैं और वे वांटेड हैं तो उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं होती है? आखिर क्या वजह है कि सत्ता पक्ष और विपक्ष इसपर चुप्पी साध लेते हैं?

पप्‍पू यादव ने कहा कि जिस-जिस जिले में बालू माफिया का राज है, वहां के बड़े से लेकर छोटे अधिकारियों और नेताओं के सीडीआर निकालकर जनता के बीच लाए जाएं। किस किस के घर और खाते में बालू माफिया का पैसा जाता है ये भी जांच का विषय है। हत्याएं नहीं रुकने का एक कारण ये भी है कि माफिया तय करता है कि कौन पदाधिकारी आयेगा और किस पर हमले होंगे, क्योंकि राजनीति इन्हीं से चलती है।

एक्शन की जगह करते याचना

उन्होंने कहा कि बिहार के उपमुख्‍यमंत्री अपराधियों से वक्त मांगते हैं और दूसरी ओर नेताओं के घर एके 47 बेचे गए हैं। जहां एक्शन लेने की जरूरत है, वहां आप याचना कर रहे हैं। सत्ता और विपक्ष के नेता एके 47 खरीद रहे हैं। ऐसे में बिहार से अपराध कैसे खत्म हो सकता है?

इस्‍तीफा देकर चुनाव कराएं मुख्‍यमंत्री

उन्‍होंने सवाल किया कि आखिर मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ऐसे संगीन मामलों पर भी चुप क्यों हैं? सांसद ने कहा कि शासन नहीं चल रहा है, तो उन्हें इस्तीफा देकर फिर से चुनाव करना चाहिए।

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