बिहारः अधिकारियों ने खोला कीर्ति आजाद के खिलाफ मोर्चा, ऐसे करेंगे सांसद का विरोध
- In बिहार 4 Oct 2018 2:29 PM IST
बीजेपी के निलंबित सांसद कीर्ति आजाद द्वारा जिलाधिकारी के ओएसडी पुष्पेश कुमार के साथ फोन पर अमर्यादित भाषा प्रयोग करने के बाद अब मामला गरम हो गया है. बिहार प्रशासिनक सेवा संघ की एक आपातकालीन बैठक एडीएम के नेतृत्व में दरभंगा के परिसदन में की गई. बैठक में फैसला लिया गया कि बिहार प्रशासनिक सेवा संघ के अधिकारी उनके कार्यक्रमों का बहिष्कार करेंगे.
बिहार प्रशासनिक सेवा संघ के अधिकारियों की आपात बैठक में सांसद कीर्ति आजाद के व्यवहार का विरोध किया है. बैठक में निर्णय लिया गया है कि जब तक सांसद कीर्ति आजाद माफी नहीं मांगते हैं, तब तक बिहार प्रशासनिक सेवा संघे के अधिकारी उनके कार्यक्रमों में शामिल नहीं होंगे.
अधिकारियों ने फैसला लिया है कि वह सांसद के कार्यक्रमों को बहिष्कार करेंगे. साथ ही वह काला पट्टी बांध कर सासंद कीर्ति आजाद का विरोध करेंगे. बिहार प्रशासनिक सेवा संघ की आपात बैठक में एडीएम, डीडीसी समेत जिला के कई अधिकारियों ने भाग लिया.
इसके अलावा बिहार प्रशासनिक सेवा संघ के अधिकारियों ने बिहार सरकार के मुख्य सचिव से भी आवेदन देकर शिकायत की है. साथ ही सांसद की अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने को लेकर आवश्यक कार्रवाई करने की भी मांग की है. वहीं, इससे पहले जिलाधिकारी के ओएसडी पुष्पेश कुमाप ने दरभंगा डीएम से भी लिखित रूप से शिकायत कर कार्रवाई करने की मांग की थी.
आपको बता दें कि दरभंगा जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह के ओएसडी और दरभंगा के डीसीएलआर के पद पर कार्यरत पुष्पेश कुमार ने कहा था कि, 'दो अक्टूबर को एक सरकारी कार्यक्रम के तहत बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विडियो कॉन्फ्रेंसिंग में भाग लेने के लिए जब सांसद कीर्ति आज़ाद के मोबाइल नंबर पर इसकी सूचना दी तो वह फोन पर ही उखड़ गए और असंसदीय और अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने लगे.'
उन्होंने कीर्ति आजाद पर आरोप लगते हुए कहा कि सांसद महोदय ने न सिर्फ उन्हें गाली दी, बल्कि औकात में रहने की भी धमकी दी. अधिकारी ने कहा 'जैसे ही सांसद कीर्ति आजाद ने कहा कि तुम्हारी औकात कैसे हुई मुझे फोन करने की. मैं 20 वर्षों से सांसद हूं. तुम्हें चार जूता मारूंगा. तुम मेरे पीए से बात करो.'
वहीं, ओएसडी के आरोप पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कीर्ति आजाद ने कहा कि पदाधिकारी माफी मांगे या फिर मानहानि के लिए तैयार रहे.
बहरहाल, यह कोई पहला ममाला नहीं है जब कीर्ति आजाद पर अधिकारियों के साथ गाली-गलौज का आरोप लगा हो. इससे पहले बाढ़ के दौरान दरभंगा के बिरौल अनुमंडल के एसडीओ के साथ सार्वजनिक रूप से अमर्यादित भाषा के इस्तेमाल का आरोप लग चुका है.