सीएम नीतीश से नाराज फिर से चर्चा में हैं बिहार के 'छोटे सरकार' जानिए अनंत कथा
- In बिहार 28 Jan 2019 4:25 PM IST
कभी अपराध की दुनिया से निकलकर राजनीति में आए बिहार के मोकामा से बाहुबली निर्दलीय विधायक अनंत सिंह आजकल फिर से बिहार की राजनीति में हॉटकेक बने हुए हैं। कभी अपनी वेशभूषा के लिए तो कभी अपने कारनामों के लिए चर्चा में रहनेवाले अनंत सिंह आजकल इसलिए चर्चा में हैं क्योंकि वो अब विधायक से सांसद बनने की कोशिश में लगे हुए हैं।
बिहार के इस बाहुबली और दबंग सफेदपोश नेता को पूरा भरोसा है कि वो जल्द ही मुंगेर सीट से सांसद बनेंगे। इसके लिए कुछ दिनों पहले उन्होंने अथमलगोला से मुंगेर तक रोड शो कर अपनी ताकत दिखाई और कांग्रेस के टिकट पर मुंगेर संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने की भी घोषणा की थी।
उनके रोड शो में गाड़ियों का काफिला और काफी भीड़ जुटी थी। उन्होंने रोड शो के अपने पोस्टर में खुद को कांग्रेस पार्टी का उम्मीदवार भी बताया था। हालांकि कांग्रेस की तरफ से ये स्पष्ट नहीं किया गया है कि वो पार्टी के उम्मीदवार होंगे या नहीं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगाया बड़ा आरोप
इस बीच अनंत सिंह, जो कभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाते थे अब मुख्यमंत्री के खिलाफ हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री पर झूठे मुकदमों में फंसाने का आरोप लगाया था।
सोमवार को अनंत सिंह ने तीन फरवरी को पटना में होनेवाली कांग्रेस की रैली को लेकर जारी राजनीति के बीच कहा कि जो लोग आज हमें बाहुबली और अपराधी कहते हैं, वो ज़रा ये बताएं कि15 सालों तक नीतीश जी की रैली में कौन भीड़ जुटाता था? उन्होंने कहा कि जब हम उनके लिए भीड़ इकठ्ठा करते थे तब सब ठीक था लेकिन आज हम अपराधी हो गए हैं
अनंत सिंह ने कहा-कांग्रेस की रैली अबतक की सबसे बड़ी रैली होगी
अनंत सिंह ने दावा किया है कि तीन फरवरी को होने वाली कांग्रेस की रैली बिहार की अब तक की सबसे बड़ी रैली होगी। अनंत ने कहा कि पीएम मोदी से बड़ा चेहरा राहुल गांधी का हैं और उनमें पीएम बनने का सब गुण है। साथ ही उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस के टिकट से ही चुनाव लड़ेंगे और राजद को हमसे कोई एतराज नहीं है। अगर होगा तो हम निर्दलीय भी चुनाव लड़ सकते हैं।
कांग्रेस ने कहा-जब सेतु बनता है तो सभी साथ होते हैं
कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने कहा है कि जब सेतु बनता है तो सभी साथ होते हैं, एेसे ही अनंत सिंह बिना किसी शर्त के ही समर्थन देने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि वो कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं ये अच्छी बात है। साथ ही कहा कि रैली में मंच पर किसी एेसे शख्स को जगह नहीं मिलेगी।
कांग्रेस विधायक ने कहा-हमें किसी की जरुरत नहीं
अनंत के रैली में शामिल होने के सवाल पर कांग्रेस विधायक रामदेव ने कहा कि हमे किसी की जरूरत नहीं है। लेकिन कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी में जो आस्था रखते हैं उन्हें हम रोक भी नहीं सकते है। अनंत कांग्रेस से चुनाव लड़ेंगे या नहीं यह आलाकमान को तय करना है।
राजद ने कहा-हमारा अनंत से कोई लेना-देना नहीं
राजद प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि आपराधिक प्रवृति के लोगों से हमारा कोई लेना-देना नहीं है और कांग्रेस किसके सहयोग से रैली करती है, ये तो कांग्रेस ही जाने। हमें अनंत सिंह से कोई मतलब नहीं है।
जदयू ने कसा तंज-जिसका सलाहकार हो अनंत सिंह, उसका भगवान मालिक
अनंत सिंह के बयान पर जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने तंज कसते हुए कहा कि जिस पार्टी के सलाहकार अनंत सिंह हो उसका पार्टी का तो भगवान ही मालिक है। फिर तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को रैली के साथ-साथ बेउर जेल और भागलपुर जेल भी जाना होगा।
अपराध की दुनिया से निकलकर आए अनंत सिंह का राजनीतिक सफर
किसी जमाने में अपराध की दुनिया में अनंत सिंह की तूती बोलती थी। करीब डेढ़ दशक पहले अनंत सिंह ने राजनीति की तरफ अपना रूख किया। साल 2005 में पहली बार वे पटना से 90 किलोमीटर दूर स्थित मोकामा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीतकर विधायक बने।
अनंत सिंह पिछले तीन विधानसभा चुनावों में इस सीट पर जीत हासिल कर रहे हैं। दीगर बात ये है कि अनंत सिंह ने साल 2015 का चुनाव जेल में रहकर भी जीता था जिसके बाद उनका वर्चस्व राजनीति में और बढ़ गया था। बता दें कि इस चुनाव में वो जेल में थे और उनके लिए उनकी पत्नी ने वोट मांगे थे।
कभी सीएम नीतीश के खास थे आज है छत्तीस का आंकड़ा
अनंत सिंह कभी बिहार के सीएम नीतीश कुमार के करीबी माने जाते थे लेकिन फिलहाल उनका नीतीश कुमार से छत्तीस का आंकड़ा है। अनंत सिंह लगातार नीतीश कुमार पर खुद को यूज करने का आरोप लगाते रहे हैं और कहते रहे हैं कि नीतीश कुमार ने मेरे साथ नाइंसाफी की है।
रैली में भीड़ जुटाने के लिए जाने जाते हैं अनंत सिंह
मोकामा विधायक अनंत सिंह को रैलियों में भीड़ जुटाने के लिए भी जाना जाता है। लालू प्रसाद की रैलियों के लिए भीड़ जुटाया तो कभी नीतीश कुमार की रैली के लिए भी अनंत सिंह भीड़ जुटाया करते थे और अब आज वो कांग्रेस के साथ मिलकर पार्टी के लिए तीन फरवरी को होने वाली रैली में भीड़ जुटाएंगे।
अनंत के विवादों की भी है अनंत कथा
अपराध की बात हो या विवादास्पद बयान अनंत सिंह मीडिया की सुर्खियों में बने रहते हैं। साल 2007 में दुष्कर्म केस से जुड़ा सवाल पूछने पर अनंत सिंह के कहने पर उनके गुर्गों ने पटना के पत्रकारों की बेरहमी से पिटाई कर दी थी। इस मामले ने तूल पकड़ा था और अनंत की गिरफ्तारी भी हुई थी। इसके बाद अनंत सिंह ने तत्कालीन सीएम जीतन राम मांझी को भी धमकी दी थी, जब मांझी ने नीतीश के खिलाफ बगावत की थी।
कहते हैं उन्हें 'छोटे सरकार'
अनंत सिंह को बिहार में लोग छोटे सरकार के नाम से भी जानते हैं। अपने इलाके में अनंत सिंह का आज भी अपना हुक्म और कानून चलता है। उनकी पूरी बटालियन है और जब वे कहीं जाते हैं तो अपने पूरे लाव-लश्कर के साथ जाते हैं। चाहे वह उनका इलाका हो या सोनपुर का पशु मेला हो।
कहा जाता है कि उनके इलाके की किसी भी घटना की जानकारी पहले अनंत के दरबार तक जाती है और उसके बाद ही कोई कोर्ट-कचहरी या थाने में अपने इलाके में अनंत सिंह का अपने हिसाब से कानून चलता है।
अनंत पहली बार उस वक्त जेल गए थे जब वो महज नौ साल के थे। इसके बाद अनंत ने अपराध की दुनिया में कभी पीछे पलट कर नहीं देखा और छोटे सरकार बन गए। हत्या, दुष्कर्म सहित कई अपराधों में अनंत के खिलाफ बिहार के कई थानों में आपराधिक मामले दर्ज हैं।
अनंत का है अनोखा स्टाइल, मर्सडीज से लेकर बग्घी तक के शौकीन
अनंत सिंह का अपना स्टाइल है जिसकी वजह से वो सुर्खियों में रहते हैं। कभी मूंछों पर ताव देने का स्टाइल तो कभी बग्घी पर सवार हो सड़क पर निकलने का, कभी वो मर्सडीज पर चलते हैं तो कभी रॉबिनहुड स्टाइल में हैट लगाए निकलते हैं।
वैसे अनंत की पहचान उनके माथे पर लगे लाल तिलक, काला चश्मा और घनी-लंबी मूंछे और बोलने का अलग स्टाइल जिसकी वजह से उन्हें उनके इलाके के लोग 'मगहिया डॉन' भी बोलते हैं।