ऑस्कर दावेदार फिल्म ‘होमबाउंड’ विवादों में, लेखिका पूजा चंगोइवाला ने लगाया साहित्य चोरी का आरोप

भारत की ओर से ऑस्कर पुरस्कार की दौड़ में शामिल बताई जा रही फिल्म ‘होमबाउंड’ अब गंभीर कानूनी विवाद में घिरती नजर आ रही है। इस फिल्म को लेकर चर्चित लेखिका और वरिष्ठ पत्रकार पूजा चंगोइवाला ने निर्माताओं पर उनकी साहित्यिक कृति की नकल करने का आरोप लगाया है। पूजा का दावा है कि फिल्म का कंटेंट उनकी वर्ष 2021 में प्रकाशित किताब ‘होमबाउंड’ से लिया गया है, जो न केवल शीर्षक बल्कि कहानी की बुनियादी संरचना में भी समानता दर्शाता है।
पूजा चंगोइवाला का कहना है कि फिल्म और उनकी किताब दोनों ही कोविड-19 महामारी के दौरान देशभर में हुए प्रवासी मजदूरों के पलायन की पृष्ठभूमि पर आधारित हैं। उनका आरोप है कि फिल्म में कई दृश्य, संवाद, घटनाक्रम और कहानी का क्रम उनकी किताब से मिलता-जुलता है। उनके अनुसार, यह केवल एक विषय की समानता नहीं है, बल्कि रचनात्मक स्तर पर भी कई बिंदुओं पर समानता दिखाई देती है, जिसे महज संयोग नहीं माना जा सकता।
इस मामले को लेकर पूजा चंगोइवाला ने 15 अक्टूबर को करण जौहर की कंपनी धर्मा प्रोडक्शंस और नेटफ्लिक्स इंडिया को एक कानूनी नोटिस भेजा था। हालांकि, उनका आरोप है कि इस नोटिस पर फिल्म के निर्माताओं की ओर से कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं दी गई और मामले को नजरअंदाज किया गया। इसके बाद उन्होंने अब इस विवाद को न्यायालय तक ले जाने का फैसला किया है।
पूजा चंगोइवाला बंबई हाईकोर्ट में मुकदमा दायर करने की तैयारी कर रही हैं। कोर्ट में वे फिल्म के वितरण और प्रदर्शन पर रोक लगाने, कथित रूप से कॉपी किए गए कंटेंट को हटाने, फिल्म का शीर्षक बदलने और उचित मुआवजा देने की मांग कर रही हैं। उनका यह भी कहना है कि उनकी किताब 2021 में प्रकाशित हुई थी, जबकि फिल्म की स्क्रिप्ट 2022 में तैयार की गई, जिससे यह स्पष्ट होता है कि फिल्म की कहानी उनकी किताब के बाद विकसित की गई।
यह विवाद ऐसे समय सामने आया है, जब ‘होमबाउंड’ को अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की ओर से एक मजबूत दावेदार के रूप में देखा जा रहा था। अब इस कानूनी लड़ाई का असर फिल्म की छवि और इसके भविष्य पर कितना पड़ेगा, यह आने वाले दिनों में साफ हो पाएगा। फिलहाल, इस पूरे मामले पर फिल्म निर्माताओं की ओर से आधिकारिक प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है।
