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8-9 साल की बच्चियों में जल्दी पीरियड्स, क्या है कारण, कैसे करें बचाव?

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  •  22 July 2024 7:25 PM IST

8-9 साल की बच्चियों में जल्दी पीरियड्स, क्या है कारण, कैसे करें बचाव?

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आजकल 8-9 साल की छोटी बच्चियों में भी जल्दी पीरियड्स आने की घटनाएं आम हो रही हैं। यह न केवल बच्चियों के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण होता है, बल्कि माता-पिता के लिए भी चिंता का विषय बन जाता है।


जल्दी पीरियड्स के कारण:


1.आनुवंशिकी: यदि मां या परिवार में अन्य महिलाओं को जल्दी पीरियड्स आए थे, तो बेटी में भी जल्दी पीरियड्स आने की संभावना अधिक होती है।


2.मोटापा: अधिक वजन या मोटापा लड़कियों में जल्दी यौवनारंभ और जल्दी पीरियड्स का कारण बन सकता है।


3.पर्यावरणीय हार्मोन: प्रदूषण और कुछ रसायनों के संपर्क में आने से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, जो जल्दी पीरियड्स का कारण बन सकता है।


4.अस्वस्थ जीवनशैली: जंक फूड का सेवन, कम शारीरिक गतिविधि और तनाव भी जल्दी पीरियड्स का कारण बन सकते हैं।


जल्दी पीरियड्स के लक्षण:


•योनि से रक्तस्राव: यह पीरियड्स का सबसे आम लक्षण है।


•पेट में दर्द: पेट में ऐंठन या क्रैम्प होना आम है।


•पीठ दर्द: पीठ के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है।


•सिरदर्द: सिरदर्द भी पीरियड्स का एक सामान्य लक्षण है।


•थकान: पीरियड्स के दौरान थकान और कमजोरी महसूस होना आम है।


•मूड स्विंग्स: मूड में बदलाव, चिड़चिड़ापन और चिंता हो सकती है।


जल्दी पीरियड्स से बचाव:


●स्वस्थ आहार: फल, सब्जियां, साबुत अनाज और दुबला प्रोटीन युक्त संतुलित आहार का सेवन करें।


●नियमित व्यायाम: नियमित रूप से व्यायाम करें, जैसे कि तेज चलना, दौड़ना या तैरना।


●तनाव कम करें: योग, ध्यान या गहरी सांस लेने के व्यायाम से तनाव कम करें।


●स्वस्थ वजन बनाए रखें: अधिक वजन या मोटापे से बचें।


●डॉक्टर से सलाह लें: यदि आप अपनी बेटी में जल्दी पीरियड्स के लक्षण देखते हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें।


माता-पिता के लिए टिप्स:


¤अपनी बेटी से बात करें: अपनी बेटी से पीरियड्स और उनके बदलावों के बारे में खुलकर बात करें।


¤उन्हें सहज महसूस कराएं: अपनी बेटी को आश्वस्त करें कि पीरियड्स एक प्राकृतिक प्रक्रिया है और इसमें शर्मिंदा होने की कोई बात नहीं है।


¤उन्हें स्वच्छता बनाए रखने में मदद करें: अपनी बेटी को अच्छी व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखने में मदद करें।


¤समर्थन दें: अपनी बेटी को भावनात्मक और व्यावहारिक रूप से सहयोग दें।


निष्कर्ष:


जल्दी पीरियड्स कई लड़कियों के लिए एक चुनौती हो सकते हैं। माता-पिता और डॉक्टरों का सहयोग और मार्गदर्शन इस मुश्किल दौर से गुजरने में मददगार हो सकता है।


यह भी याद रखें:


•हर लड़की का विकास अलग होता है। जल्दी पीरियड्स का मतलब यह नहीं है कि आपकी बेटी में कोई समस्या है।


•यदि आप चिंतित हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें। डॉक्टर आपकी बेटी के लिए उचित सलाह और उपचार प्रदान करे।


अस्वीकरण: publickhabar.com पर प्रकाशित सभी स्वास्थ्य संबंधी लेखों को तैयार करते समय सावधानी बरती गई है। ये लेख केवल पाठकों की जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए लिखे गए हैं। publickhabar.com लेख में प्रदत्त जानकारी और सूचना के लिए किसी भी तरह का दावा या जिम्मेदारी नहीं लेता है।


उपरोक्त लेख में उल्लिखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।



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