MDH और एवरेस्ट मसालों पर बैन, हानिकारक रसायनों का मामला

हॉन्गकॉन्ग, सिंगापुर और नेपाल ने भारतीय मसाला दिग्गज MDH और एवरेस्ट के उत्पादों पर बैन लगा दिया है। इन देशों द्वारा उठाए गए इस कदम ने चिंता जताई है, क्योंकि ये मसाले भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में लोकप्रिय हैं।
बैन की वजह:
1.इन मसालों के सैंपलों में एथिलीन ऑक्साइड नामक रसायन की मात्रा अनुमत सीमा से अधिक पाई गई थी।
2.एथिलीन ऑक्साइड एक जहरीला रसायन है जो कैंसर का कारण बन सकता है।
कंपनियों का दावा:
MDH और एवरेस्ट ने इन आरोपों को गलत बताया है और दावा किया है कि उनके उत्पाद सुरक्षित हैं।
उन्होंने कहा कि वे स्वतंत्र प्रयोगशालाओं से अपने उत्पादों की नई जांच करवा रहे हैं।
सरकारी कार्रवाई:
भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने भी इन मसालों की जांच शुरू कर दी है।
FSSAI ने कहा है कि यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो भारत में भी इन मसालों पर बैन लगाया जा सकता है।
उपभोक्ताओं के लिए चिंता:
यह मामला उपभोक्ताओं के लिए चिंता का विषय है, जो कई वर्षों से इन मसालों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
यदि ये आरोप सही हैं, तो यह सवाल उठता है कि इन मसालों का इस्तेमाल करने से लोगों की स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ा होगा।
यह मामला अभी भी जांच के अधीन है और यह देखना बाकी है कि क्या आरोप सही हैं।
यहां कुछ महत्वपूर्ण बातें दी गई हैं:
एथिलीन ऑक्साइड एक जहरीला रसायन है जो कैंसर का कारण बन सकता है।
MDH और एवरेस्ट ने इन आरोपों को गलत बताया है और दावा किया है कि उनके उत्पाद सुरक्षित हैं।
FSSAI ने इन मसालों की जांच शुरू कर दी है और यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो भारत में भी इन पर बैन लगाया जा सकता है।
उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे इन मसालों का इस्तेमाल करने से बचें जब तक कि जांच पूरी न हो जाए।
यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सभी मसाले हानिकारक नहीं होते हैं। ताज़े मसालों का इस्तेमाल करना हमेशा बेहतर होता है।
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उपरोक्त लेख में उल्लिखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।