आंखों में बार-बार पानी आने के कारण और उपाय
- In Health 11 May 2024 8:58 PM IST
आंखों में बार-बार पानी आना (Epiphora) एक आम समस्या है जो विभिन्न कारणों से हो सकती है।
यह परेशान करने वाला हो सकता है, जिससे धुंधली दृष्टि, आंखों में जलन और लालिमा हो सकती है।
यदि आपको बार-बार आंखों में पानी आने की समस्या है, तो अंतर्निहित कारण का पता लगाने और उचित उपचार प्राप्त करने के लिए डॉक्टर से मिलना महत्वपूर्ण है।
आंखों में बार-बार पानी आने के कारण:
एलर्जी: एलर्जी आंखों में पानी आने का सबसे आम कारण है। पराग, धूल, पालतू जानवरों की रूसी और धुएं जैसी एलर्जी पैदा करने वाली चीजों के संपर्क में आने से आंखों में जलन, खुजली और पानी आ सकता है।
सूखी आंखें: विडंबना यह है कि सूखी आंखें भी आंखों में पानी आने का कारण बन सकती हैं।
जब आंखें पर्याप्त आंसू नहीं बनाती हैं, तो शरीर अतिरिक्त आंसू बनाने की कोशिश करता है, जिससे आंखों से पानी बह सकता है।
आंखों का संक्रमण: बैक्टीरिया, वायरस या फंगस के कारण होने वाले आंखों के संक्रमण से आंखों में लालिमा, सूजन, खुजली और पानी आ सकता है।
उत्तेजक पदार्थ: धुआं, धूल और रसायन जैसे वायु प्रदूषक आंखों में जलन पैदा कर सकते हैं और पानी आ सकते हैं।
कुछ दवाएं: कुछ दवाएं, जैसे कि रक्तचाप की दवाएं और एंटीडिप्रेसेंट, आंखों में पानी आने का दुष्प्रभाव पैदा कर सकती हैं।
आंखों की समस्याएं: कुछ आंखों की समस्याएं, जैसे कि ग्लूकोमा और मोतियाबिंद, आंखों में पानी आने का कारण बन सकती हैं।
पलकों की समस्याएं: पलकों की कुछ समस्याएं, जैसे कि पलकों का अंदर की ओर मुड़ना (इनवर्टेड पलकें) और पलकों का बाहर की ओर मुड़ना (एक्ट्रोपियन), आंखों में जलन पैदा कर सकती हैं और पानी आ सकते हैं।
आंखों में बार-बार पानी आने का इलाज:
अंतर्निहित कारण का इलाज: डॉक्टर अंतर्निहित कारण का इलाज करेंगे, जैसे कि एलर्जी, संक्रमण या आंखों की समस्याएं।
आँखों में डालने की बूंदें: डॉक्टर कृत्रिम आँसू या एंटीहिस्टामाइन जैसी आँखों में डालने की बूंदें लिख सकते हैं।
दवाएं: डॉक्टर एलर्जी या संक्रमण के इलाज के लिए दवाएं लिख सकते हैं।
शल्य चिकित्सा: कुछ मामलों में, जैसे कि गंभीर पलकों की समस्याओं के लिए, शल्य चिकित्सा आवश्यक हो सकती है।
आंखों में बार-बार पानी आने से रोकने के लिए घरेलू उपाय:
एलर्जी से बचें: यदि आपको एलर्जी है, तो जितना हो सके एलर्जी पैदा करने वाली चीजों से बचने की कोशिश करें। इसमें पराग, धूल, पालतू जानवरों की रूसी और धुएं जैसी चीजें शामिल हैं।
अपने हाथों को बार-बार धोएं: अपने हाथों को बार-बार धोने से आप अपनी आंखों को संक्रमण से बचा सकते हैं।
धूम्रपान छोड़ें: धूम्रपान आंखों में जलन पैदा कर सकता है और पानी आ सकता है।
पर्याप्त नींद लें: थकान आंखों में जलन पैदा कर सकती है और पानी आ सकता है।
आँखों को आराम दें:
यदि आप कंप्यूटर या स्क्रीन पर काम करते हैं, तो हर 20 मिनट में 20 सेकंड का ब्रेक लें और अपनी आंखों को आराम दे।
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उपरोक्त लेख में उल्लिखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।