ओवेरियन कैंसर कैसे हैं महिलाओं के लिए खतरा
- In Health 15 May 2024 11:35 AM IST
ओवेरियन कैंसर महिलाओं के प्रजनन अंगों में होने वाला एक प्रकार का कैंसर है। यह अंडाशय (ओवरी) में उत्पन्न होता है, जो महिलाओं के गर्भाशय के दोनों तरफ स्थित होते हैं।
कैसे होता है ओवेरियन कैंसर:
ओवेरियन कैंसर तब होता है जब अंडाशय में कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं और नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं। ये कोशिकाएं एक ट्यूमर बना सकती हैं जो अंडाशय और आसपास के ऊतकों में फैल सकता है।
ओवेरियन कैंसर के लक्षण:
ओवेरियन कैंसर के शुरुआती लक्षण अक्सर हल्के और गैर-विशिष्ट होते हैं, जिसके कारण इसका पता लगाना मुश्किल हो जाता है। कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
•पेट में दर्द या सूजन
•पेट फूलना
•जल्दी पेट भरा हुआ महसूस होना
•बार-बार पेशाब आना
•मल त्याग में बदलाव
•अनियमित योनि रक्तस्राव
•थकान
•वजन कम होना
ओवेरियन कैंसर के जोखिम कारक:
ओवेरियन कैंसर के कई जोखिम कारक हैं, जिनमें शामिल हैं:
•उम्र: ओवेरियन कैंसर का खतरा उम्र के साथ बढ़ता जाता है, खासकर 50 साल की उम्र के बाद।
•पारिवारिक इतिहास: यदि आपकी मां, बहन या बेटी को ओवेरियन कैंसर हुआ है, तो आपको भी इसका खतरा अधिक होता है।
•जीन संबंधी विकार: BRCA1 और BRCA2 जीन में कुछ उत्परिवर्तन ओवेरियन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं।
•असामान्य मासिक धर्म: यदि आपको मासिक धर्म अनियमित रूप से होता है या देर से शुरू होता है, तो आपको ओवेरियन कैंसर का खतरा थोड़ा अधिक हो सकता है।
•बांझपन: जिन महिलाओं को कभी गर्भधारण नहीं हुआ है या जिन्होंने कम उम्र में गर्भधारण नहीं किया है, उनमें ओवेरियन कैंसर का खतरा थोड़ा अधिक हो सकता है।
•हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT): लंबे समय तक HRT का उपयोग करने से कुछ महिलाओं में ओवेरियन कैंसर का खतरा थोड़ा बढ़ सकता है।
•पॉलीसिस्टिक ओवेरी सिंड्रोम (PCOS): PCOS से पीड़ित महिलाओं में ओवेरियन कैंसर का खतरा थोड़ा बढ़ जाता है।
ओवेरियन कैंसर का इलाज:
ओवेरियन कैंसर का इलाज कैंसर के चरण, रोगी की उम्र और समग्र स्वास्थ्य सहित कई कारकों पर निर्भर करता है। इलाज के विकल्पों में आमतौर पर सर्जरी, कीमोथेरेपी और विकिरण चिकित्सा शामिल होते हैं।
ओवेरियन कैंसर से बचाव:
ओवेरियन कैंसर से बचाव के लिए कोई निश्चित तरीका नहीं है, लेकिन कुछ चीजें हैं जो आप अपना जोखिम कम करने के लिए कर सकती हैं:
•अपने डॉक्टर से नियमित रूप से जांच करवाएं: यदि आप ओवेरियन कैंसर के जोखिम वाले कारकों में से किसी एक से पीड़ित हैं, तो अपने डॉक्टर से नियमित जांच करवाना महत्वपूर्ण है।
•जन्म नियंत्रण गोलियां लें: जन्म नियंत्रण गोलियां लेने से ओवेरियन कैंसर का खतरा कम हो सकता है।
•स्वस्थ वजन बनाए रखें: स्वस्थ वजन बनाए रखने से ओवेरियन कैंसर सहित कई प्रकार के कैंसर का खतरा कम हो सकता है।
•नियमित रूप से व्यायाम करें: नियमित रूप से व्यायाम करने से ओवेरियन कैंसर का खतरा कम हो सकता है।
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