युवाओं में बढ़ता हाइपरटेंशन, चिंता का विषय
- In Health 26 May 2024 6:38 PM IST
आजकल युवाओं में हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) की बढ़ती इंसीडेंस चिंता का विषय बनती जा रही है। पहले यह बीमारी ज़्यादातर बुजुर्गों में ही देखी जाती थी, लेकिन अब युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं।
इस खतरनाक बीमारी के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
1. अस्वस्थ जीवनशैली:
अनियमित खानपान: जंक फूड, प्रोसेस्ड फूड, और अधिक नमक का सेवन रक्तचाप बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
शारीरिक निष्क्रियता: व्यायाम की कमी और गतिहीन जीवनशैली रक्तचाप को बढ़ा सकती है।
धूम्रपान और शराब का सेवन: धूम्रपान और शराब रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं और रक्तचाप को बढ़ाते हैं।
तनाव: लगातार तनाव में रहना भी रक्तचाप को बढ़ा सकता है।
2. वंशानुगत:
यदि आपके परिवार में हाइपरटेंशन का इतिहास है, तो आपको भी इसका खतरा अधिक होता है।
3. अन्य स्वास्थ्य स्थितियां:
मधुमेह, मोटापा, और गुर्दे की बीमारी जैसी अन्य स्वास्थ्य स्थितियां भी हाइपरटेंशन का खतरा बढ़ा सकती हैं।
युवाओं में हाइपरटेंशन के लक्षण अक्सर हल्के होते हैं और अनदेखे रह जाते हैं, जिससे यह बीमारी और गंभीर हो सकती है।
इसलिए, यदि आप युवा हैं और आपको सिरदर्द, चक्कर आना, थकान, धुंधली दृष्टि, या नाक से खून आना जैसे लक्षण महसूस होते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
हाइपरटेंशन एक गंभीर बीमारी है, लेकिन इसे जीवनशैली में बदलाव और दवाओं द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है।
युवाओं को स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर, नियमित रूप से व्यायाम करके, और तनाव कम करके हाइपरटेंशन से बचाव करना चाहिए।
यह भी महत्वपूर्ण है कि आप नियमित रूप से अपने रक्तचाप की जांच करवाएं, खासकर यदि आपको हाइपरटेंशन का खतरा अधिक है।