Home > Health > आजकल युवतियों में बढ़ती बांझपन की समस्या, कारण और उपाय

आजकल युवतियों में बढ़ती बांझपन की समस्या, कारण और उपाय

  • In Health
  •  29 May 2024 6:12 PM IST

आजकल युवतियों में बढ़ती बांझपन की समस्या, कारण और उपाय

समस्या का स्वरूप:आजकल युवतियों...PS

समस्या का स्वरूप:


आजकल युवतियों में बांझपन की समस्या तेजी से बढ़ रही है। यह एक गंभीर सामाजिक और स्वास्थ्य समस्या है जिसके कारण कई जोड़े संतान सुख से वंचित रह जाते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, दुनिया भर में लगभग 48.5 मिलियन जोड़े बांझपन की समस्या से जूझ रहे हैं, और इनमें से 40% से अधिक मामलों में महिला बांझपन का कारण है। भारत में भी यह समस्या काफी गंभीर है, और अनुमान है कि लगभग 10-15% विवाहित जोड़े बांझपन की समस्या से प्रभावित हैं।


कारण:


युवतियों में बांझपन के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:


हार्मोनल असंतुलन: पीसीओएस, थायरॉयड की समस्याएं, और हार्मोनल असंतुलन महिलाओं में बांझपन का एक प्रमुख कारण है।


प्रजनन तंत्र की समस्याएं: अंडाशय में ट्यूमर, फैलोपियन ट्यूब में रुकावट, और गर्भाशय की विकृतियां बांझपन का कारण बन सकती हैं।


जीवनशैली कारक: धूम्रपान, शराब का सेवन, असंतुलित आहार, और तनाव बांझपन के खतरे को बढ़ा सकते हैं।


पर्यावरणीय कारक: प्रदूषण, विकिरण, और कुछ रसायनों का प्रजनन क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।


उम्र: उम्र बढ़ने के साथ महिलाओं की प्रजनन क्षमता कम होती जाती है। 35 वर्ष की आयु के बाद, गर्भधारण की संभावना कम होने लगती है।


उपाय:


युवतियों में बांझपन की समस्या का इलाज कारण पर निर्भर करता है। कुछ सामान्य उपायों में शामिल हैं:


दवाएं: हार्मोनल असंतुलन और कुछ अन्य स्थितियों का इलाज दवाओं से किया जा सकता है।


शल्य चिकित्सा: प्रजनन तंत्र की कुछ समस्याओं का इलाज शल्य चिकित्सा द्वारा किया जा सकता है।


कृत्रिम गर्भाधान: इस तकनीक में, शुक्राणु और अंडे को शरीर के बाहर निषेचित किया जाता है और फिर गर्भाशय में प्रत्यारोपित किया जाता है।


इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ): यह कृत्रिम गर्भाधान की एक अधिक जटिल तकनीक है, जिसमें अंडे और शुक्राणु को एक प्रयोगशाला में निषेचित किया जाता है और फिर विकसित भ्रूण को गर्भाशय में प्रत्यारोपित किया जाता है।


युवा महिलाओं को बांझपन से बचने के लिए:


स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं: धूम्रपान और शराब का सेवन न करें, संतुलित आहार लें, नियमित रूप से व्यायाम करें, और तनाव कम करें।


समय पर स्वास्थ्य जांच करवाएं: किसी भी स्वास्थ्य समस्या का जल्द पता लगाने और उपचार कराने से बांझपन से बचा जा सकता है।


गर्भधारण की योजना बनाते समय डॉक्टर से सलाह लें: डॉक्टर आपको गर्भधारण की संभावना बढ़ाने के लिए कुछ उपयोगी सलाह दे सकते हैं।



युवतियों में बांझपन एक गंभीर समस्या है, लेकिन इसका इलाज संभव है।


अस्वीकरण: publickhabar.com पर प्रकाशित सभी स्वास्थ्य संबंधी लेखों को तैयार करते समय सावधानी बरती गई है। ये लेख केवल पाठकों की जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए लिखे गए हैं। publickhabar.com लेख में प्रदत्त जानकारी और सूचना के लिए किसी भी तरह का दावा या जिम्मेदारी नहीं लेता है।

उपरोक्त लेख में उल्लिखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।

Share it
Top