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बवासीर के कारण, लक्षण और उपचार

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  •  5 Jun 2024 5:16 PM IST

बवासीर के कारण, लक्षण और उपचार

बवासीर (piles) मलाशय और गुदा...PS

बवासीर (piles) मलाशय और गुदा नहर की दीवारों में सूजी हुई रक्त वाहिकाओं का एक समूह है। यह एक आम समस्या है जो सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती है, लेकिन यह 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में अधिक आम है।


बवासीर के कारण:


कब्ज: कठोर मल त्याग करने से मल त्याग करते समय दबाव बढ़ सकता है, जिससे बवासीर हो सकती है।


दस्त: बार-बार दस्त होने से भी गुदा क्षेत्र में जलन और सूजन हो सकती है, जिससे बवासीर हो सकती है।


गर्भावस्था: गर्भावस्था के दौरान, बढ़ता हुआ बच्चा मलाशय और गुदा नहर पर दबाव डाल सकता है, जिससे बवासीर हो सकती है।


भारी वजन उठाना: भारी वजन उठाने से पेट में दबाव बढ़ सकता है, जिससे बवासीर हो सकती है।


लंबे समय तक बैठे रहना: लंबे समय तक बैठे रहने से रक्त प्रवाह धीमा हो सकता है, जिससे बवासीर हो सकती है।


अनुवांशिकी: यदि आपके परिवार में किसी को बवासीर है, तो आपको भी इसका खतरा अधिक होता है।


बवासीर के लक्षण:


गुदा के आसपास खुजली या जलन


मल त्याग करते समय दर्द या परेशानी


मल त्याग के बाद मल पर खून


गुदा के आसपास एक गांठ या गांठें


मल असंयम


बवासीर का उपचार:


बवासीर के लिए कई उपचार उपलब्ध हैं, जिनमें शामिल हैं:


जीवनशैली में बदलाव:


फाइबर युक्त आहार खाना: यह मल को नरम करने और मल त्याग को आसान बनाने में मदद करता है।


पानी पीना: यह निर्जलीकरण को रोकने में मदद करता है।


वजन कम करना: यदि आप अधिक वजन वाले हैं, तो वजन कम करने से बवासीर पर दबाव कम हो सकता है।


नियमित रूप से व्यायाम करना: यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाने और कब्ज को रोकने में मदद करता है।


तनाव कम करना: तनाव बवासीर के लक्षणों को बदतर बना सकता है।


दवाएं:


ओवर-द-काउंटर दर्द निवारक: ये मल त्याग करते समय दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।


मल सॉफ़्नर: ये मल को नरम करने और मल त्याग को आसान बनाने में मदद कर सकते हैं।


स्टेरॉयड क्रीम या मलहम: ये गुदा क्षेत्र की सूजन और जलन को कम करने में मदद कर सकते हैं।


चिकित्सा प्रक्रियाएं:


रबर बैंड लिगेशन: इस प्रक्रिया में, बवासीर को रक्त की आपूर्ति को बाधित करने के लिए रबर बैंड से बांध दिया जाता है।


स्क्लेरोथेरपी: इस प्रक्रिया में, बवासीर को सिकोड़ने के लिए एक दवा को इंजेक्ट किया जाता है।


इन्फ्रारेड कोएग्यूलेशन: इस प्रक्रिया में, बवासीर को गर्म करने और जलाने के लिए इन्फ्रारेड किरणों का उपयोग किया जाता है।


हेमोर्रोइडेक्टॉमी: यह एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें बवासीर को हटा दिया जाता है।


बवासीर एक आम समस्या है, लेकिन यह शर्मनाक या असहज हो सकती है। यदि आपको बवासीर के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करना महत्वपूर्ण है। वे आपके लक्षणों के कारण का निदान करने और आपके लिए सबसे अच्छा उपचार विकल्प निर्धारित करने में आपकी मदद कर सकते हैं


अस्वीकरण: publickhabar.com पर प्रकाशित सभी स्वास्थ्य संबंधी लेखों को तैयार करते समय सावधानी बरती गई है। ये लेख केवल पाठकों की जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए लिखे गए हैं। publickhabar.com लेख में प्रदत्त जानकारी और सूचना के लिए किसी भी तरह का दावा या जिम्मेदारी नहीं लेता है।

उपरोक्त लेख में उल्लिखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।

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