Home > Health > विटामिन डी की कमी बच्चों के लिए है खतरा, आइए जानते है इसके बचाव

विटामिन डी की कमी बच्चों के लिए है खतरा, आइए जानते है इसके बचाव

  • In Health
  •  6 Jun 2024 4:43 PM IST

विटामिन डी की कमी बच्चों के लिए है खतरा, आइए जानते है इसके बचाव

विटामिन डी एक आवश्यक पोषक तत्व...PS

विटामिन डी एक आवश्यक पोषक तत्व है जो हड्डियों, मांसपेशियों और प्रतिरक्षा प्रणाली के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। यह शरीर को कैल्शियम और फास्फोरस को अवशोषित करने में मदद करता है, जो मजबूत हड्डियों और दांतों के निर्माण के लिए आवश्यक हैं।


बच्चों में विटामिन डी की कमी एक गंभीर समस्या हो सकती है, जिसके कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:


1.अपर्याप्त सूर्यप्रकाश: सूर्य की रोशनी विटामिन डी का प्राकृतिक स्रोत है। यदि बच्चे पर्याप्त धूप में नहीं रहते हैं, तो उन्हें विटामिन डी की कमी होने का खतरा होता है।


2.आहार: कुछ खाद्य पदार्थ, जैसे कि तैलीय मछली, अंडे की जर्दी और गाय का दूध, विटामिन डी के अच्छे स्रोत हैं। यदि बच्चे इन खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करते हैं, तो उन्हें विटामिन डी की कमी होने का खतरा होता है।


3.पाचन समस्याएं: कुछ पाचन समस्याएं शरीर को विटामिन डी को ठीक से अवशोषित करने से रोक सकती हैं।


4.अन्य स्वास्थ्य स्थितियां: कुछ स्वास्थ्य स्थितियां, जैसे कि किडनी रोग या लीवर रोग, विटामिन डी की कमी का खतरा बढ़ा सकती हैं।


विटामिन डी की कमी के लक्षण:


•हड्डियों में कमजोरी और दर्द


•रतौंधी


•बार-बार संक्रमण


•थकान


•मांसपेशियों में दर्द और कमजोरी


•बच्चों में, विकास में देरी और रिकेट्स (हड्डियों का मुलायम होना) हो सकता है।


विटामिन डी की कमी का इलाज:


•विटामिन डी सप्लीमेंट: डॉक्टर विटामिन डी की कमी के इलाज के लिए विटामिन डी सप्लीमेंट लिख सकते हैं।


•विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन: बच्चों को विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थों, जैसे कि तैलीय मछली, अंडे की जर्दी, गाय का दूध और विटामिन डी से fortified खाद्य पदार्थ खिलाना चाहिए।


•धूप में समय बिताना: बच्चों को दिन में कम से कम 15-20 मिनट धूप में रहने देना चाहिए, खासकर जब मौसम गर्म हो।


विटामिन डी की कमी से बचाव:


•विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन: बच्चों को विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थों का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए।


•विटामिन डी सप्लीमेंट: यदि बच्चे को विटामिन डी की कमी का खतरा है, तो डॉक्टर विटामिन डी सप्लीमेंट दे सकते हैं।


•धूप में समय बिताना: बच्चों को दिन में कम से कम 15-20 मिनट धूप में रहने देना चाहिए, खासकर जब मौसम गर्म हो।


•नियमित रूप से डॉक्टर से जांच करवाना: बच्चों का नियमित रूप से डॉक्टर से जांच करवाना और डॉक्टर के निर्देशों का पालन करना महत्वपूर्ण है।


विटामिन डी बच्चों के स्वास्थ्य और विकास के लिए आवश्यक है। विटामिन डी की कमी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है। उपरोक्त जानकारी बच्चों में विटामिन डी की कमी को समझने और रोकने में मददगार हो सकती है।


यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है और किसी भी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। यदि आपको अपने बच्चे के स्वास्थ्य को लेकर कोई चिंता है, तो कृपया डॉक्टर से सलाह लें।


अस्वीकरण: publickhabar.com पर प्रकाशित सभी स्वास्थ्य संबंधी लेखों को तैयार करते समय सावधानी बरती गई है। ये लेख केवल पाठकों की जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए लिखे गए हैं। publickhabar.com लेख में प्रदत्त जानकारी और सूचना के लिए किसी भी तरह का दावा या जिम्मेदारी नहीं लेता है।

उपरोक्त लेख में उल्लिखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।

Share it
Top