बच्चों में बढ़ती स्क्रीन टाइम की लत, सेहत के लिए खतरा

आजकल के दौर में बच्चे घंटों फोन और टीवी के सामने बैठे रहते हैं। बाहर खेलने के लिए कहने पर वे धूप और गर्मी का बहाना बनाकर टाल देते हैं। यह खतरनाक आदत बच्चों की सेहत के लिए गंभीर खतरा बन रही है।
शारीरिक निष्क्रियता के खतरे:
1.लिवर संबंधी समस्याएं: अध्ययनों से पता चला है कि जो बच्चे ज़्यादा समय तक बैठे रहते हैं, उनमें फैटी लिवर रोग विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है। यह एक गंभीर स्थिति है जिसमें लिवर में वसा जमा होने लगती है, जिससे लिवर फेलियर और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
2.मोटापा: स्क्रीन टाइम में वृद्धि के साथ-साथ बच्चों में मोटापे की दर भी बढ़ रही है। ऐसा इसलिए है क्योंकि जब बच्चे स्क्रीन के सामने बैठे रहते हैं, तो वे कम शारीरिक रूप से सक्रिय होते हैं और अधिक कैलोरी वाली चीजें खाते हैं।
3.हड्डियों और मांसपेशियों का कमजोर होना: शारीरिक गतिविधि की कमी से बच्चों की हड्डियों और मांसपेशियों का विकास भी प्रभावित होता है। इससे हड्डियों की कमजोरी और मांसपेशियों की कमजोरी हो सकती है।
4.अन्य स्वास्थ्य समस्याएं: स्क्रीन टाइम में वृद्धि से नींद की समस्या, चिंता, अवसाद और सामाजिक कौशल में कमी जैसी अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं।
क्या करें?
•बच्चों के स्क्रीन टाइम को सीमित करें: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) 5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए प्रतिदिन 1 घंटे से अधिक स्क्रीन टाइम और 5 से 17 साल की उम्र के बच्चों और किशोरों के लिए प्रतिदिन 2 घंटे से अधिक स्क्रीन टाइम की अनुशंसा नहीं करता है।
•बच्चों को शारीरिक गतिविधि के लिए प्रोत्साहित करें: बच्चों को हर दिन कम से कम 1 घंटे मध्यम से तीव्र शारीरिक गतिविधि करने के लिए प्रोत्साहित करें।
•स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं: बच्चों को स्वस्थ भोजन, पर्याप्त नींद और कम तनाव वाले माहौल प्रदान करें।
•बच्चों के साथ समय बिताएं: बच्चों के साथ स्क्रीन के बजाय अन्य गतिविधियों में समय बिताएं, जैसे कि खेल खेलना, किताबें पढ़ना या बाहर घूमना।
बच्चों में बढ़ती स्क्रीन टाइम की लत चिंता का विषय है। माता-पिता को अपने बच्चों की स्क्रीन टाइम को सीमित करने और उन्हें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए सक्रिय कदम उठाने चाहिए। बच्चों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए यह आवश्यक है।
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उपरोक्त लेख में उल्लिखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।