बारिश के मौसम में आंखों का ख्याल, आयुर्वेदिक उपाय
- In Health 5 July 2024 5:19 PM IST
मानसून का मौसम खुशियों के साथ-साथ कुछ स्वास्थ्य समस्याएं भी लेकर आता है। इनमें से एक है आंखों का इंफेक्शन।
बारिश के दिनों में हवा में नमी बढ़ने और गंदगी फैलने से आंखों में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
कंजक्टिवाइटिस (आंखों में लाली) इस मौसम में आम समस्या है।
आइए जानते हैं कुछ आयुर्वेदिक उपाय जो मानसून में आपकी आंखों का ख्याल रखने में मदद कर सकते हैं:
1. त्रिफला: त्रिफला आंखों के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह आंखों को ठंडक देता है और संक्रमण से बचाता है। आप रोजाना सुबह खाली पेट एक चम्मच त्रिफला चूर्ण का सेवन कर सकते हैं।
2. नेत्र धोवन: नेत्र धोवन एक प्राचीन आयुर्वेदिक उपाय है जो आंखों को साफ करने और संक्रमण से बचाने में मदद करता है। आप घर पर ही नेत्र धोवन तैयार कर सकते हैं। इसके लिए, एक कप पानी में आधा चम्मच सौंफ, आधा चम्मच गुलाब जल और 2-3 बूंद नीम का तेल मिलाएं। इस घोल से दिन में 2-3 बार अपनी आंखों को धोएं।
3. आलू: आलू आंखों की सूजन और जलन को कम करने में मदद करता है। सोने से पहले, कच्चे आलू के पतले स्लाइस को 10-15 मिनट के लिए अपनी आंखों पर रखें।
4. दूध: दूध आंखों को ठंडक देता है और जलन को कम करता है। रात में सोने से पहले, अपनी आंखों में 2-3 बूंद ठंडा दूध डालें।
5. योगासन: कुछ योगासन भी आंखों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। सूर्य नमस्कार, त्रिकोणासन, और भुजंगासन जैसे आसन आंखों की मांसपेशियों को मजबूत बनाने और दृष्टि में सुधार करने में मदद करते हैं।
इन उपायों के अलावा:
●अपनी आंखों को बार-बार छूने से बचें।
●धूल और गंदगी से बचाने के लिए हमेशा चश्मा पहनें।
●मेकअप शेयर न करें।
●नियमित रूप से अपने हाथ धोएं।
●स्वस्थ आहार खाएं और भरपूर पानी पीएं।
●पर्याप्त नींद लें।
●तनाव से बचें।
यदि आपको आंखों में संक्रमण के लक्षण दिखते हैं, जैसे कि लाली, खुजली, जलन, सूजन, या धुंधला दिखना, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
अस्वीकरण: publickhabar.com पर प्रकाशित सभी स्वास्थ्य संबंधी लेखों को तैयार करते समय सावधानी बरती गई है। ये लेख केवल पाठकों की जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए लिखे गए हैं। publickhabar.com लेख में प्रदत्त जानकारी और सूचना के लिए किसी भी तरह का दावा या जिम्मेदारी नहीं लेता है।
उपरोक्त लेख में उल्लिखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।