गाजा में पोलियो का प्रकोप, एक चिंताजनक स्थिति
- In Health 14 Aug 2024 7:30 PM IST
हाल के दिनों में गाजा पट्टी में पोलियो के मामलों में वृद्धि ने स्वास्थ्य अधिकारियों और माता-पिता को गहराई से चिंतित कर दिया है। इस क्षेत्र में 25 सालों से पोलियो का कोई मामला सामने नहीं आया था, लेकिन हाल ही में अपशिष्ट जल में पोलियो वायरस के नमूने मिलने के बाद स्थिति गंभीर हो गई है। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस क्षेत्र को “पोलियो महामारी क्षेत्र” घोषित कर दिया है।
पोलियो क्या है?
पोलियो एक बेहद संक्रामक वायरल रोग है जो मुख्य रूप से बच्चों को प्रभावित करता है। यह वायरस आमतौर पर दूषित पानी या भोजन के माध्यम से फैलता है। पोलियो के अधिकांश मामलों में कोई लक्षण नहीं दिखते हैं, लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर मांसपेशियों की कमजोरी या लकवा पैदा कर सकता है।
गाजा में पोलियो के प्रकोप के कारण:
1.टीकाकरण में कमी: गाजा में टीकाकरण कार्यक्रम प्रभावित हुए हैं, जिसके कारण बच्चों में प्रतिरक्षा कमजोर हुई है।
2.स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव: गाजा में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण पोलियो जैसी बीमारियों का प्रसार आसानी से हो सकता है।
3.साफ-सफाई की समस्या: गाजा में साफ-सफाई की समस्याएं भी पोलियो के प्रसार में योगदान दे सकती हैं।
पोलियो से बचाव के उपाय:
●टीकाकरण: पोलियो से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है टीकाकरण। बच्चों को समय पर पोलियो की सभी खुराकें लगवानी चाहिए।
●साफ-सफाई: अपने आसपास साफ-सफाई रखें। खाने से पहले हाथों को अच्छी तरह धोएं।
●स्वच्छ पानी पीएं: केवल उबला हुआ या फिल्टर किया हुआ पानी पीएं।
●स्वास्थ्य अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें: स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा जारी किए गए निर्देशों का पालन करें।
गाजा में पोलियो का पुनरुत्थान एक गंभीर समस्या है। इस समस्या से निपटने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा। बच्चों को समय पर टीका लगवाना, साफ-सफाई का ध्यान रखना और स्वास्थ्य अधिकारियों के निर्देशों का पालन करना बेहद जरूरी है।
अस्वीकरण: publickhabar.com पर प्रकाशित सभी स्वास्थ्य संबंधी लेखों को तैयार करते समय सावधानी बरती गई है। ये लेख केवल पाठकों की जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए लिखे गए हैं। publickhabar.com लेख में प्रदत्त जानकारी और सूचना के लिए किसी भी तरह का दावा या जिम्मेदारी नहीं लेता है।
उपरोक्त लेख में उल्लिखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।