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युवा पीढ़ी की नज़रें कमज़ोर हो रही हैं, जानिए क्यों और कैसे रोकें

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  •  28 Sept 2024 6:37 PM IST

युवा पीढ़ी की नज़रें कमज़ोर हो रही हैं, जानिए क्यों और कैसे रोकें

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दुनिया भर में बच्चों और किशोरों में निकट दृष्टिदोष यानी मायोपिया तेजी से बढ़ रहा है। एक अध्ययन के मुताबिक, दुनिया की एक तिहाई युवा पीढ़ी को अब दूर की चीजें साफ नज़र नहीं आतीं। अगर इसी तरह से यह समस्या बढ़ती रही तो अगले 25 सालों में 74 करोड़ से ज़्यादा युवा इस समस्या से ग्रसित हो जाएंगे।

क्यों हो रही है ये समस्या?

इस बढ़ती समस्या के पीछे कई कारण हैं:

* स्क्रीन टाइम: स्मार्टफोन, टैबलेट, कंप्यूटर और टीवी के सामने ज़्यादा समय बिताना।

* कम बाहरी गतिविधियां: बच्चों का बाहर खेलने का समय कम हो रहा है।

* आनुवंशिक कारण: कुछ मामलों में मायोपिया आनुवंशिक होता है।

क्या हैं मायोपिया के लक्षण?

* दूर की चीजें धुंधली दिखना

* आंखों में तनाव

* सिरदर्द

* पढ़ने में दिक्कत

* आंखों में जलन

मायोपिया को कैसे रोका जा सकता है?

* स्क्रीन टाइम कम करें: बच्चों को स्क्रीन के सामने कम से कम समय बिताने के लिए प्रोत्साहित करें।

* बाहर खेलें: बच्चों को नियमित रूप से बाहर खेलने के लिए प्रेरित करें।

* आंखों की जांच: बच्चों की आंखों की नियमित जांच करवाएं।

* स्वस्थ आहार: संतुलित आहार लेने से आंखों की रोशनी अच्छी रहती है।

* पर्याप्त नींद: पर्याप्त नींद लेना भी आंखों के स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी है।

मायोपिया के खतरे

मायोपिया केवल चश्मा लगाने की समस्या नहीं है। गंभीर मायोपिया से रेटिना डिटेचमेंट, ग्लूकोमा और मोतियाबिंद जैसी गंभीर आंखों की बीमारियां हो सकती हैं।

क्या करें?

* जागरूकता फैलाएं: लोगों को मायोपिया के खतरों के बारे में जागरूक करें।

* स्कूलों में कार्यक्रम: स्कूलों में बच्चों को आंखों के स्वास्थ्य के बारे में शिक्षित करें।

* सरकारी नीतियां: सरकार को बच्चों की आंखों के स्वास्थ्य को लेकर सख्त नीतियां बनानी चाहिए।


युवा पीढ़ी की नज़रें कमज़ोर होना एक गंभीर समस्या है। इसे रोकने के लिए हमें सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे। बच्चों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और नियमित रूप से आंखों की जांच करवाने के लिए प्रेरित करना बहुत ज़रूरी है।

अस्वीकरण: publickhabar.com पर प्रकाशित सभी स्वास्थ्य संबंधी लेखों को तैयार करते समय सावधानी बरती गई है। ये लेख केवल पाठकों की जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए लिखे गए हैं। publickhabar.com लेख में प्रदत्त जानकारी और सूचना के लिए किसी भी तरह का दावा या जिम्मेदारी नहीं लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लिखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।

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