भारत ने किया ऐतिहासिक काम, ट्रेकोमा बीमारी से पूरी तरह पाया छुटकारा

भारत ने किया ऐतिहासिक काम, ट्रेकोमा बीमारी से पूरी तरह पाया छुटकारा
X

एक बड़ी उपलब्धि

भारत ने एक बार फिर दुनिया को अपनी वैज्ञानिक क्षमता और स्वास्थ्य क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों से चकित कर दिया है। प्लेग, कुष्ठ रोग और पोलियो जैसी घातक बीमारियों को खत्म करने के बाद, भारत ने अब एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने आधिकारिक तौर पर भारत को ट्रेकोमा मुक्त देश घोषित किया है।

क्या है ट्रेकोमा?

ट्रेकोमा एक आंखों की संक्रामक बीमारी है जो बैक्टीरिया के कारण होती है। यह आमतौर पर भीड़भाड़ वाले इलाकों में रहने वाले लोगों को प्रभावित करती है और खराब स्वच्छता के कारण फैलती है। अगर इसका समय पर इलाज न किया जाए तो यह अंधेपन का कारण बन सकती है।

ट्रेकोमा के लक्षण

* आंखों में लालिमा

* आंखों में खुजली

* आंखों में पानी आना

* पलकों पर दाने

* पलकों के अंदरूनी हिस्से में रोएं का उगना

* धुंधला दिखना

भारत ने कैसे हासिल की यह जीत?

1. स्वच्छता अभियान: भारत सरकार ने स्वच्छता अभियान चलाकर लोगों को स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूक किया।

2. आंखों की जांच शिविर: देशभर में आंखों की जांच शिविर लगाकर लोगों को मुफ्त में इलाज उपलब्ध कराया गया।

3. दवाओं का वितरण: प्रभावित इलाकों में दवाओं का वितरण किया गया।

4. स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण: स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को ट्रेकोमा के बारे में जागरूक किया गया और उन्हें इस बीमारी का इलाज करने के लिए प्रशिक्षित किया गया।

यह उपलब्धि क्यों है महत्वपूर्ण?

* अंधेपन को रोका: ट्रेकोमा अंधेपन का एक प्रमुख कारण है। भारत में इस बीमारी को खत्म करने से लाखों लोगों को अंधेपन से बचाया जा सकेगा।

* आर्थिक विकास: स्वस्थ आंखें लोगों को बेहतर तरीके से काम करने और जीवन यापन करने में मदद करती हैं। इससे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में भी मदद मिलेगी।

* ग्लोबल हेल्थ: भारत की यह उपलब्धि दुनिया के अन्य देशों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है।

भारत ने ट्रेकोमा को खत्म करके एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। यह भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में हो रहे विकास का प्रमाण है। यह उपलब्धि न केवल भारत के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक बड़ी जीत है।

अस्वीकरण: publickhabar.com पर प्रकाशित सभी स्वास्थ्य संबंधी लेखों को तैयार करते समय सावधानी बरती गई है। ये लेख केवल पाठकों की जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए लिखे गए हैं। publickhabar.com लेख में प्रदत्त जानकारी और सूचना के लिए किसी भी तरह का दावा या जिम्मेदारी नहीं लेता है।

Next Story
Share it