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लगातार स्क्रीन के इस्तेमाल से रीढ़ की हड्डी पर प्रभाव, बचाव के उपाय

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  •  14 Oct 2024 5:05 PM IST

लगातार स्क्रीन के इस्तेमाल से रीढ़ की हड्डी पर प्रभाव, बचाव के उपाय

आज की डिजिटल दुनिया में...PS

आज की डिजिटल दुनिया में स्मार्टफोन और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गए हैं। बच्चे हों या बुजुर्ग, हर कोई स्क्रीन के सामने घंटों बिताने में व्यस्त है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि लंबे समय तक एक ही मुद्रा में बैठकर स्क्रीन देखने से आपकी रीढ़ की हड्डी पर बुरा असर पड़ सकता है? ऐसे में कमर दर्द और अन्य मस्कुलोस्केलेटल समस्याएं उभरने की संभावना बढ़ जाती है। आइए जानें कि इन समस्याओं से बचने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं और किस तरह से एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाई जा सकती है।


1. नियमित ब्रेक लें

अगर आपको लंबे समय तक कंप्यूटर, टैबलेट या फोन का उपयोग करना पड़ता है, तो नियमित अंतराल पर छोटे-छोटे ब्रेक लेना जरूरी है। हर 30-40 मिनट के बाद 5-10 मिनट का ब्रेक लें और इस दौरान थोड़ा चलें या खड़े होकर स्ट्रेचिंग करें। इससे शरीर के विभिन्न हिस्सों में रक्त संचार बेहतर होता है और रीढ़ की हड्डी पर दबाव कम होता है।


2. सही मुद्रा बनाए रखें

लैपटॉप, फोन या टैबलेट का उपयोग करते समय सही मुद्रा बनाए रखना बहुत जरूरी है। पीठ को सीधा और कंधों को पीछे की तरफ रखते हुए बैठें। इसके अलावा, गर्दन को झुकाने के बजाय स्क्रीन को आंखों के स्तर पर लाकर उपयोग करें। इससे आपकी रीढ़ की हड्डी पर अनावश्यक दबाव नहीं पड़ेगा।


3. एर्गोनोमिक फर्नीचर का उपयोग करें

कार्यस्थल या घर पर एर्गोनोमिक फर्नीचर का उपयोग करें, जो आपके शरीर की बनावट के अनुसार डिज़ाइन किया गया हो। एक अच्छी क्वालिटी वाली कुर्सी, जो कमर और पीठ को सहारा दे सके, और एक ऊंचाई-समायोज्य डेस्क आपके बैठने के अनुभव को और भी आरामदायक बना सकते हैं।


4. नियमित व्यायाम करें

योग और स्ट्रेचिंग जैसे व्यायाम आपकी रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाए रखते हैं। नियमित रूप से कंधे, गर्दन, और पीठ की स्ट्रेचिंग करने से मांसपेशियों में खिंचाव आता है और रीढ़ की हड्डी पर दबाव कम होता है। तैराकी, साइक्लिंग और वॉकिंग भी शरीर को सक्रिय रखने के अच्छे विकल्प हैं।


5. स्क्रीन टाइम कम करें

अपने स्क्रीन टाइम को कम करने की कोशिश करें। यदि यह काम के लिए आवश्यक है, तो भी निजी समय में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के उपयोग को सीमित करें। बच्चों को भी आउटडोर खेलों और अन्य रचनात्मक गतिविधियों में संलग्न करने से उनकी स्क्रीन पर निर्भरता कम की जा सकती है।


6. डिजिटल डिटॉक्स अपनाएं

हफ्ते में कम से कम एक दिन ऐसा निर्धारित करें जब आप कोई भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण न छुएं। इसे "डिजिटल डिटॉक्स" के रूप में अपनाएं और इस दिन परिवार के साथ आउटडोर गतिविधियों या किसी अन्य शौक का आनंद लें। यह न केवल आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए बल्कि आपकी रीढ़ की हड्डी के लिए भी फायदेमंद होगा।


डिजिटल युग में, स्क्रीन के अत्यधिक उपयोग से बचना मुश्किल है, लेकिन सही उपायों और जीवनशैली में बदलाव के जरिए रीढ़ की हड्डी से संबंधित समस्याओं को रोका जा सकता है। नियमित ब्रेक, सही मुद्रा, एर्गोनोमिक फर्नीचर, व्यायाम, और डिजिटल डिटॉक्स जैसी आदतों को अपनाकर आप अपने शरीर को स्वस्थ और सक्रिय रख सकते हैं।

अस्वीकरण: publickhabar.com पर प्रकाशित सभी स्वास्थ्य संबंधी लेखों को तैयार करते समय सावधानी बरती गई है। ये लेख केवल पाठकों की जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए लिखे गए हैं। publickhabar.com लेख में प्रदत्त जानकारी और सूचना के लिए किसी भी तरह का दावा या जिम्मेदारी नहीं लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लिखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।

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