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युवाओं में बढ़ती हृदय समस्याएं, जानिए हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के बीच का अंतर

  • In Health
  •  26 Oct 2024 4:54 PM IST

युवाओं में बढ़ती हृदय समस्याएं, जानिए हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के बीच का अंतर

हाल के वर्षों में, हृदय से...PS

हाल के वर्षों में, हृदय से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ती जा रही हैं, और अब ये समस्याएं केवल वृद्ध लोगों तक सीमित नहीं हैं। आजकल, युवा भी दिल से संबंधित समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जिसमें हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट जैसी गंभीर स्थितियां शामिल हैं। हालांकि, कई लोगों को इन दोनों में क्या अंतर है, इसकी जानकारी नहीं है। आइए इस लेख में इन दोनों स्थितियों का विश्लेषण करते हैं।


हृदय संबंधी समस्याओं का बढ़ता ग्राफ

दिल की बीमारियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, और यह चिंताजनक है। अब युवा वर्ग भी इसके शिकार बन रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य विशेषज्ञों के बीच चिंता का माहौल है। हृदय की समस्याएं जीवनशैली, खान-पान और मानसिक तनाव जैसी कई वजहों से उत्पन्न हो सकती हैं।


हार्ट अटैक क्या है?

हार्ट अटैक, जिसे myocardial infarction भी कहा जाता है, तब होता है जब हृदय की मांसपेशियों को रक्त की आपूर्ति बाधित हो जाती है। यह आमतौर पर धमनियों में पट्टिका (plaque) बनने के कारण होता है, जो रक्त प्रवाह को रोकती है। हार्ट अटैक के लक्षणों में सीने में दर्द, पसीना आना, सांस लेने में कठिनाई, और मिचली शामिल हो सकते हैं। यह एक चिकित्सा आपातकाल है और तुरंत उपचार की आवश्यकता होती है।


कार्डियक अरेस्ट क्या है?

कार्डियक अरेस्ट तब होता है जब हृदय अचानक रुक जाता है, जिससे रक्त प्रवाह बंद हो जाता है। यह स्थिति आमतौर पर हृदय की विद्युत प्रणाली में गड़बड़ी के कारण होती है। कार्डियक अरेस्ट के लक्षणों में अचानक बेहोशी, बिना धड़कन के हृदय, और श्वसन की कमी शामिल होती है। यह भी एक चिकित्सा आपातकाल है, और तुरंत CPR (कार्डियक पल्स रेस्क्यू) और एडीफीब्रिलेशन की आवश्यकता होती है।


हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के बीच का अंतर


जोखिम कारक

दोनों स्थितियों के लिए कई समान जोखिम कारक होते हैं, जैसे कि धूम्रपान, उच्च रक्तचाप, मोटापा, और अनियमित जीवनशैली। इस प्रकार, इनसे बचने के लिए सही खान-पान और नियमित व्यायाम करना आवश्यक है।


दिल की समस्याएं अब केवल उम्रदराज लोगों तक सीमित नहीं हैं। हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट जैसे गंभीर मामलों के प्रति जागरूकता आवश्यक है। समझदारी से अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना और समय पर चिकित्सा सहायता लेना इन खतरों को कम कर सकता है। इस संबंध में जानकारी रखना न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए, बल्कि समाज के लिए भी महत्वपूर्ण है।

अस्वीकरण: publickhabar.com पर प्रकाशित सभी स्वास्थ्य संबंधी लेखों को तैयार करते समय सावधानी बरती गई है। ये लेख केवल पाठकों की जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए लिखे गए हैं। publickhabar.com लेख में प्रदत्त जानकारी और सूचना के लिए किसी भी तरह का दावा या जिम्मेदारी नहीं लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लिखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।

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