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जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए अपनाएं ये प्रभावी योगासन

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  •  8 Nov 2024 5:08 PM IST

जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए अपनाएं ये प्रभावी योगासन

अगर आप भी जोड़ों के दर्द से...PS

अगर आप भी जोड़ों के दर्द से परेशान हैं और इसे कम करने के लिए प्राकृतिक तरीके खोज रहे हैं, तो योगासन आपके लिए एक बेहतरीन समाधान हो सकते हैं। जोड़ों का दर्द कई कारणों से हो सकता है, जैसे उम्र बढ़ना, आर्थराइटिस, या शारीरिक गतिविधियों की कमी। लेकिन सही योगासनों का नियमित अभ्यास करने से आप इस दर्द से राहत पा सकते हैं और अपनी जीवनशैली में सुधार ला सकते हैं।


इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे प्रभावी योगासन बताएंगे, जिन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल करके आप जोड़ों के दर्द को कम कर सकते हैं।


1. बलीआसन (Cobra Pose)


बलीआसन, जिसे 'भुजंगासन' भी कहा जाता है, रीढ़ की हड्डी और कमर के जोड़ों के लिए एक बेहद फायदेमंद योगासन है। यह आसन न केवल पीठ दर्द को दूर करता है, बल्कि यह कंधों और कलाई में खिंचाव कम करता है और शरीर की लचीलापन बढ़ाता है।


कैसे करें:


●पेट के बल लेटकर अपने हाथों को कंधे के नीचे रखें।

●सांस लेते हुए धीरे-धीरे अपने शरीर को ऊपर उठाएं, सिर और छाती को उठाने की कोशिश करें।

●ध्यान रखें कि आपका शरीर कमर से ऊपर का हिस्सा उठे और निचला हिस्सा जमीन से लगा रहे।

●कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति में रहें और फिर सांस छोड़ते हुए धीरे से नीचे जाएं।


2. वृक्षासन (Tree Pose)


वृक्षासन एक बेहतरीन आसन है, जो पैरों, घुटनों और टखनों को मजबूत बनाता है। यह संतुलन को बेहतर करता है और जोड़ों के लचीलेपन को बढ़ाता है।


कैसे करें:


●सीधे खड़े होकर एक पैर को उठाएं और घुटने के पास जोड़ें।

●अपने पैर को जांघ के अंदर की तरफ रखें और हाथों को जोड़कर प्रार्थना मुद्रा में ऊपर की तरफ उठाएं।

●ध्यान केंद्रित रखें और इस स्थिति में कुछ सेकंड के लिए स्थिर रहें।

●फिर धीरे से पैर बदलें और दूसरी तरफ अभ्यास करें।


3. अधोमुख श्वानासन (Downward-Facing Dog Pose)


यह आसन कंधे, घुटने और हाथों को लचीला बनाता है। यह जोड़ों के दर्द में राहत देने के साथ-साथ पूरे शरीर में खिंचाव और ताकत को बढ़ाता है।


कैसे करें:


●हाथों और पैरों के बल पर खड़े हो जाएं, और शरीर को एक उल्टे 'V' आकार में फैलाएं।

●पांवों को जमीन पर मजबूती से रखें और पैरों की एड़ी को हल्का सा नीचे दबाएं।

●कंधों और पीठ को स्ट्रेच करें और सिर को नीचे रखें, जैसे कि सिर जमीन की ओर बढ़ रहा हो।

●कुछ समय तक इस स्थिति में रहें और फिर सामान्य स्थिति में लौटें।


4. वीरभद्रासन (Warrior Pose)


वीरभद्रासन घुटनों, टखनों, और कूल्हों के जोड़ों को मजबूत करता है। यह आसन रीढ़ की हड्डी को मजबूत करने के साथ-साथ पूरे शरीर को संतुलित करता है।


कैसे करें:


●सीधे खड़े हो जाएं और एक पैर को आगे बढ़ाएं।

●पीछे वाले पैर को सीधा रखें और हाथों को कंधे के समानांतर खींचें।

●ध्यान केंद्रित रखें और इस स्थिति में कुछ सेकंड के लिए स्थिर रहें।

●फिर धीरे-धीरे पैर बदलें और दूसरी तरफ अभ्यास करें।



5. पद्मासन (Lotus Pose)


पद्मासन मानसिक शांति के साथ-साथ पैरों और घुटनों की लचीलापन को बढ़ाने में मदद करता है। यह विशेष रूप से घुटनों और कूल्हों के जोड़ों के लिए फायदेमंद होता है।


कैसे करें:


●फर्श पर आराम से बैठें और एक पैर को दूसरे पैर के ऊपर रखकर अपने घुटनों को फर्श की ओर दबाएं।

●हाथों को घुटनों पर रखें और गहरी सांस लें।

●कुछ समय तक इस स्थिति में रहें और फिर धीरे से पैरों को बदलें।


6. सेतु बंधासन (Bridge Pose)


सेतु बंधासन कूल्हों, पीठ और घुटनों को मजबूती प्रदान करता है। यह आसन जोड़ों के दर्द में राहत देने के साथ-साथ शरीर की ताकत को भी बढ़ाता है।


कैसे करें:


●अपनी पीठ के बल लेट जाएं और घुटनों को मोड़कर पैरों को जमीन पर मजबूती से रखें।

●हाथों को शरीर के पास रखें और धीरे-धीरे अपनी पीठ और कूल्हों को ऊपर उठाएं।

●कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति में रहें और फिर धीरे से नीचे आ जाएं।


7. उत्तानासन (Standing Forward Bend)


उत्तानासन कूल्हों, घुटनों और रीढ़ की हड्डी के लिए एक अच्छा खिंचाव है। यह जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद करता है और शरीर को लचीलापन प्रदान करता है।


कैसे करें:


●सीधे खड़े हो जाएं और सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे आगे की ओर झुकें।

●हाथों से जमीन को छूने की कोशिश करें और अपने घुटनों को हल्का सा मोड़ सकते हैं, ताकि शरीर का खिंचाव सही तरीके से हो।

●इस स्थिति में कुछ समय तक रहें और फिर धीरे-धीरे वापस खड़े हो जाएं।


योगासन केवल मानसिक शांति ही नहीं, बल्कि शारीरिक दर्द से राहत पाने का एक प्रभावी तरीका भी हैं। जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए उपरोक्त योगासनों का नियमित अभ्यास आपके शरीर को मजबूत और लचीला बना सकता है। हालांकि, यदि आपका दर्द गंभीर है, तो डॉक्टर से परामर्श लेना न भूलें। सही आहार, व्यायाम और योगासन को अपनी दिनचर्या में शामिल करके आप अपनी शारीरिक सेहत को बेहतर बना सकते हैं।

अस्वीकरण: publickhabar.com पर प्रकाशित सभी स्वास्थ्य संबंधी लेखों को तैयार करते समय सावधानी बरती गई है। ये लेख केवल पाठकों की जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए लिखे गए हैं। publickhabar.com लेख में प्रदत्त जानकारी और सूचना के लिए किसी भी तरह का दावा या जिम्मेदारी नहीं लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लिखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।


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