पाक में दो नाबालिग हिंदू लड़कियों के अगवा मामले में सड़क पर उतरे लोग
- In विदेश 31 March 2019 11:43 AM IST
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में दो नाबालिग हिंदू लड़कियों के अगवा मामले में लोगों को रोष बढ़ता ही जा रहा है। रविवार को पाकिस्तान के लाहौर में हिंदू लोगों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। बता दें कि पाकिस्तान के सिंध प्रांत में दो नाबालिग हिंदू लड़कियों रवीना और रीना को अगवा करके जबरन मुस्लिम बनाकर उनका निकाह का मामला सामने आने के बाद यहां हिंदूओं में भय और आक्रोश व्याप्त है। हालांकि, पाकिस्तान सरकार ने पीडि़त परिवार को इंसाफ दिलाने की बात कही है, लेकिन सरकार की कथनी और करनी में फर्क नजर आ रहा है।
रीना और रवीना के अगवा होने के बाद से हिंदू लड़कियों को गायब करने के सिलसिले में तेजी से हिंदू समाज आतंकित है। पाकिस्तान में नाबालिग हिंदू लड़कियों को अगवा कर उन्हें जबरन मुसलमान बनाए जाने को मामले को उजागर करने वाली पाकिस्तानी पत्रकार वींगस ने हिंदू कार्यकर्ताओं के हवाले से बताया कि गुरुवार को सिंध प्रांत के सक्खर से दस साल की एक और हिंदू लड़की लक्ष्मी को अगवा कर लिया गया। उनके अनुसार बीते एक माह में कम से कम 13 हिंदू लड़कियों को अगवा किया जा चुका है। एक दिन पहले ही सिंध के बादिन इलाके से 15 साल की हिंदू लड़की माला को अगवा कर लिया गया था।पाकिस्तान में होली के दिन रीना और रवीना को अगवा किए जाने के बाद से ये अराजक तत्व और ज्यादा बेखौफ नजर आ रहे हैं, जो नाबालिग हिंदू लड़कियों को अगवा कर उनका निकाह कराने का धंधा कर रहे हैं।
ऐसे तत्वों में मियां मिट्ठू खासा कुख्यात है। उसने खुले आम कह रखा है कि उसका मकसद हर साल कम से कम सौ हिंदू लड़कियों को मुसलमान बनाना है। उसके रसूख का पता इससे चलता है कि उसे इमरान खान से लेकर पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा भी कौम की सेवा करने वाला मौलवी बताते हैं।इमरान खान की पार्टी तहरीक एक इंसाफ के सांसद रमेश कुमार वांकवानी का कहना है कि यहां दो या तीन मदरसे हैं जो जबरन धर्म परिवर्तन के लिए जाने जाते हैं। इनमें बारछूंदी शरीफ का मियां मिठ्ठू भी शामिल है। ये अन्य छोटे मदरसों की भी मदद करते हैं। वांकवानी के मुताबिक वो उम्रदराज महिलाओं या मर्दों का नहीं बल्कि लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराते हैं। उन्होंने एक वर्ष में हजारों हिंदू लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराया है। उनका यह भी आरोप है कि धर्म परिवर्तन के बाद इन लड़कियों की शादी ऐसे व्यक्ति से कर दी जाती है जो आम तौर पर पहले से ही विवाहित होता है। उनका यह भी कहना है कि कई बार इन लड़कियों को वैश्वावृत्ति में जाने के लिए मजबूर किया जाता है।