WHO के मुताबिक लीबिया में अब तक 205 लोगों की मौत
- In विदेश 19 April 2019 12:21 PM IST
गुरुवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने त्रिपोली की लड़ाई पर नई रिपोर्ट पेश की है. संगठन द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक त्रिपोली में पिछले दो हफ्तों की जंग के दौरान 18 आम नागरिकों सहित अब तक 205 लोगों की मौत हो गई है. साथ ही करीब 913 लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं.लीबियाई राजधानी को अपने कब्जे में करने के लिए खलीफा हफ्तार द्वारा छेड़े गए संघर्ष में दिन प्रतिदिन लोगों की मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. गुरुवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने त्रिपोली की लड़ाई पर नई रिपोर्ट पेश की है. संगठन द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक त्रिपोली में पिछले दो हफ्तों की जंग के दौरान 18 आम नागरिकों सहित अब तक 205 लोगों की मौत हो गई है.और अब तक करीब 913 लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं.स्थिति को ध्यान में रखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि वह घायलों के इलाज के लिए मेडिकल विशेषज्ञों को तैनात कर रहा है.दरअसल मंगलवार देर रात लीबिया में त्रिपोली के घनी आबादी वाले इलाकों में गोले दागे गए. जिससे त्रिपोली मे मारे जाने वालो की संख्या में भारी इजाफा हुआ है. लीबिया की राजधानी त्रिपोली में यह लड़ाई चार अप्रैल को शुरू हुई थी. बता दें कि लीबिया में मुअम्मर गद्दाफी की मौत के बाद से लगातार युद्ध के हालात बने हुए हैं. स्थानीय कमांडर खलीफा हफ्तार ने करीब दो हफ्ते पहले त्रिपोली पर कब्जा करने के लिए अभियान छेड़ा था, इस महीने के शुरू में भड़की लड़ाई से 2011 में हुए विद्रोह के स्तर पर गृह युद्ध छिड़ने के आसार दिख रहे हैं. 2011 में हुए विद्रोह में तानाशाह मुअम्मर कज़्जाफी की सत्ता चली गई थी, और उनकी हत्या कर दी गई थी.आपको बता दें कि अब त्रिपोली में रह रहे भारतीयों के लिए परेशानी बढ़ गई है. उन्हें सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है. साथ ही दूतावास की और से हर संभव मदद की बात कही गई है. दूतावास की ओर से एक हेल्पलाइन नंबर (00218 924201771) भी जारी किया गया है.बताया जा रहा है कि जनरल हफ्तार की सेना त्रिपोली से 50 किलोमीटर दूर पहुंच गई है, जहां उनके अन्य सशस्त्र गुटों से संघर्ष की सूचना आ रही है. बता दें कि लीबिया में फिलहाल सरकार अंतरराष्ट्रीय समर्थन से चल रही है, जिसकी राजधानी त्रिपोली है. खलीफा और अन्य क्षेत्रीय कमांडर अक्सर त्रिपोली पर कब्जा करने की कोशिश में इस तरह के हमलों को अंजाम देते रहे हैं.