जीवन रक्षक सीपीआर: जानिए कब और कैसे दें
- In लाइफस्टाइल 24 Feb 2024 8:27 PM IST
सीपीआर, या कार्डियोपल्मोनरी रिससिटैशन, एक आपातकालीन तकनीक है जो किसी व्यक्ति की जान बचा सकती है जब उसकी सांस या दिल की धड़कन रुक जाती है। यह तकनीक उसे तब तक ऑक्सीजन और रक्त प्रवाह प्रदान करती है जब तक कि उसे चिकित्सा सहायता नहीं मिल जाती।
सीपीआर कब दें?
•व्यक्ति बेहोश है और सांस नहीं ले रहा है।
•व्यक्ति बेहोश है और उसकी सांस बहुत धीमी या अनियमित है।
•व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ा है।
°व्यक्ति डूब गया है।
•व्यक्ति को करंट लगा है।
सीपीआर देने से पहले:
•आसपास का वातावरण सुरक्षित है या नहीं, इसकी जांच करें।
•व्यक्ति को होश में लाने की कोशिश करें।
•यदि व्यक्ति बेहोश है, तो उसकी सांस और नब्ज की जांच करें।
•यदि आपको सीपीआर देना नहीं आता है, तो तुरंत एम्बुलेंस को कॉल करें।
सीपीआर कैसे दें:
बच्चों के लिए:
•एक साल से लेकर किशोरावस्था तक के बच्चों को सीपीआर उसी तरह दिया जाता है जैसे बड़ों को दिया जाता है।
•चार महीने से लेकर एक साल तक के बच्चों को सीपीआर देने का तरीका थोड़ा अलग होता है।
बड़ों के लिए:
छाती दबाना
•व्यक्ति को समतल जगह पर पीठ के बल लिटा दें।
•कंधों के पास घुटनों के बल बैठ जाएं।
•एक हाथ की हथेली को व्यक्ति की छाती के बीच में रखें।
•दूसरे हाथ की हथेली को पहले हाथ के ऊपर रखें।
•अपनी कोहनी को सीधा रखें और कंधों को व्यक्ति के की छाती के ऊपर सिधाई में रखें।
•अपने ऊपर के शरीर के वजन का इस्तेमाल करते हुए व्यक्ति की छाती को कम से कम 2 इंच (5 सेंटीमीटर) और ज़्यादा से ज़्यादा 2.5 इंच (6 सेंटीमीटर) तक दबाएं और छोड़ें।
एक मिनट में 100 से 120 बार ऐसा करें।
सांस देना:
•ठोड़ी को उठाएं और मुंह से सांस देने से पहले व्यक्ति की नाक को बंद करें।
•एक सेकंड के लिए व्यक्ति को सांस दें और देखें कि क्या उसकी छाती ऊपर उठ रही है।
•यदि उठ रही है, तो दूसरी सांस दें।
•यदि नहीं उठ रही है, तो फिर से व्यक्ति की ठोड़ी ऊपर उठाएं और सांस दें।
अतिरिक्त जानकारी:
•यदि आपको डीफिब्रिलेटर (AED) मिलता है, तो सीपीआर देना बंद करें और AED का उपयोग करें।
•सीपीआर देते समय घबराएं नहीं।
•यदि आपको थकान महसूस हो, तो किसी दूसरे व्यक्ति से सीपीआर देने में मदद लें।
सीपीआर सीखना:
सीपीआर सीखना एक महत्वपूर्ण जीवन कौशल है। आप कई संस्थानों से सीपीआर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं, जैसे कि रेड क्रॉस, सेंट जॉन एम्बुलेंस, और आपातकालीन चिकित्सा तकनीशियन (EMT) कार्यक्रम।
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उपरोक्त लेख में उल्लिखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।