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गुर्दे में पथरी के कारण, लक्षण और उपचार

गुर्दे में पथरी के कारण, लक्षण और उपचार

गुर्दे में पथरी एक आम समस्या...PS

गुर्दे में पथरी एक आम समस्या है जो तब होती है जब मूत्र में मौजूद खनिज पदार्थ गुर्दे में जमा होकर कठोर पत्थर बन जाते हैं। ये पथरी आकार में छोटे रेत के कण से लेकर बड़े गोल्फ बॉल जितने तक हो सकते हैं।


गुर्दे में पथरी बनने के कई कारण हो सकते हैं:


*पानी की कमी: पर्याप्त पानी न पीने से मूत्र गाढ़ा हो जाता है और खनिज पदार्थ जमा होने लगते हैं।

*अधिक प्रोटीन का सेवन: अधिक प्रोटीन खाने से मूत्र में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है, जो पथरी का कारण बन सकता है।

*मोटापा: मोटे लोगों में गुर्दे की पथरी बनने का खतरा अधिक होता है।

*मधुमेह: मधुमेह वाले लोगों में मूत्र में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है, जो पथरी का कारण बन सकता है।

*कुछ दवाएं: कुछ दवाएं, जैसे कि मूत्रवर्धक और एंटासिड, गुर्दे की पथरी का खतरा बढ़ा सकती हैं।

*आनुवंशिकी: कुछ लोगों में गुर्दे की पथरी बनने की आनुवंशिक प्रवृत्ति होती है।


गुर्दे में पथरी के लक्षण :


*पेट में तेज दर्द: यह दर्द आमतौर पर पीठ के निचले हिस्से या पेट में होता है और यह इतना तेज हो सकता है कि व्यक्ति को उल्टी और मतली भी हो सकती है।

*पेशाब करते समय दर्द: पेशाब करते समय जलन या दर्द महसूस हो सकता है।

*बार-बार पेशाब आना: पेशाब करने की इच्छा बार-बार हो सकती है, भले ही मूत्राशय खाली न हो।

*पेशाब में खून: पेशाब में खून आ सकता है।

*मतली और उल्टी: पेट में दर्द के कारण मतली और उल्टी हो सकती है।

*बुखार और ठंड लगना: यदि पथरी मूत्र मार्ग में संक्रमण का कारण बनती है, तो बुखार और ठंड लगना हो सकता है।


गुर्दे में पथरी का उपचार :


*पानी पीना: खूब पानी पीने से पथरी को घुलने और शरीर से बाहर निकलने में मदद मिल सकती है।

*दर्द निवारक दवाएं: दर्द से राहत के लिए डॉक्टर दर्द निवारक दवाएं लिख सकते हैं।

*एल्फा-ब्लॉकर्स: ये दवाएं मूत्र मार्ग को शिथिल करके पथरी को बाहर निकलने में मदद करती हैं।


*ईएसडब्ल्यूएल (Extracorporeal Shock Wave Lithotripsy): इस प्रक्रिया में ध्वनि तरंगों का उपयोग करके पथरी को तोड़ दिया जाता है।


*यूरेटरोस्कोपी: इस प्रक्रिया में एक पतली ट्यूब को मूत्रमार्ग से गुर्दे तक डाला जाता है और पथरी को हटा दिया जाता है।


*परक्यूटेनियस नेफ्रोलिथोटॉमी: इस प्रक्रिया में त्वचा के माध्यम से एक छोटा सा छेद करके पथरी को हटा दिया जाता है।


गुर्दे में पथरी से बचाव :


*पर्याप्त पानी पीना: रोजाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए।

*कम प्रोटीन का सेवन: प्रोटीन का सेवन कम करना चाहिए, खासकर यदि आपको पहले से ही गुर्दे की पथरी का खतरा है।

*वजन कम करना: यदि आप मोटे हैं, तो वजन कम करने से गुर्दे की पथरी का खतरा कम हो सकता है।

*मधुमेह का प्रबंधन: यदि आपको मधुमेह है, तो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित रखना गुर्दे की पथरी के खतरे


अस्वीकरण: publickhabar.com पर प्रकाशित सभी स्वास्थ्य संबंधी लेखों को तैयार करते समय सावधानी बरती गई है। ये लेख केवल पाठकों की जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए लिखे गए हैं। publickhabar.com लेख में प्रदत्त जानकारी और सूचना के लिए किसी भी तरह का दावा या जिम्मेदारी नहीं लेता है।

उपरोक्त लेख में उल्लिखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।


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