बच्चों में विटामिन डी की कमी: लक्षण, कारण और उपचार
- In लाइफस्टाइल 12 April 2024 6:38 PM IST
विटामिन डी हमारे शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, खासकर बच्चों के लिए। यह हड्डियों को मजबूत बनाने, कैल्शियम और फास्फोरस को अवशोषित करने और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद करता है।
बच्चों में विटामिन डी की कमी के लक्षण:
हड्डियों से जुड़ी समस्याएं: बच्चों में विटामिन डी की कमी का सबसे आम लक्षण रिकेट्स है, जो हड्डियों को नरम और कमजोर बना देता है। इससे हड्डियों में दर्द, झुकना और टूटना हो सकता है।
विकास में देरी: विटामिन डी की कमी से बच्चों की वृद्धि और विकास में देरी हो सकती है।
बार-बार संक्रमण: विटामिन डी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद करता है। इसकी कमी से बच्चों में बार-बार संक्रमण हो सकता है।
मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द: विटामिन डी मांसपेशियों के कार्य के लिए भी महत्वपूर्ण है। इसकी कमी से मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द हो सकता है।
थकान: विटामिन डी की कमी से बच्चों में थकान और कम ऊर्जा भी हो सकती है।
बच्चों में विटामिन डी की कमी के कारण:
सूरज की रोशनी की कमी: विटामिन डी का मुख्य स्रोत सूर्य की रोशनी है। जो बच्चे पर्याप्त धूप में नहीं रहते हैं, उनमें विटामिन डी की कमी होने का खतरा ज्यादा होता है।
आहार: कुछ खाद्य पदार्थों, जैसे कि तैलीय मछली, अंडे की जर्दी और दूध में विटामिन डी होता है। जो बच्चे इन खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करते हैं, उनमें विटामिन डी की कमी होने का खतरा ज्यादा होता है।
त्वचा का रंग: गहरे रंग की त्वचा वाले लोगों में सूर्य के प्रकाश से विटामिन डी को अवशोषित करने की क्षमता कम होती है, जिसके कारण उनमें विटामिन डी की कमी होने का खतरा ज्यादा होता है।
अन्य स्वास्थ्य स्थितियां: कुछ स्वास्थ्य स्थितियां, जैसे कि क्रोहन रोग और सिस्टिक फाइब्रोसिस, विटामिन डी के अवशोषण को कम कर सकती हैं, जिसके कारण इसकी कमी हो सकती है।
बच्चों में विटामिन डी की कमी का उपचार:
विटामिन डी सप्लीमेंट: विटामिन डी की कमी का इलाज आमतौर पर विटामिन डी सप्लीमेंट के साथ किया जाता है। डॉक्टर आपके बच्चे की उम्र और स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर उचित खुराक निर्धारित करेंगे।
विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन: विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ाकर भी आप अपने बच्चे में विटामिन डी के स्तर को बढ़ा सकते हैं। इनमें तैलीय मछली, अंडे की जर्दी, दूध और विटामिन डी से fortified खाद्य पदार्थ शामिल हैं।
धूप में समय बिताना: जब भी संभव हो, अपने बच्चे को धूप में समय बिताने के लिए प्रोत्साहित करें। ध्यान रखें कि छोटे बच्चों को सीधी धूप से बचाना चाहिए, क्योंकि इससे त्वचा का कैंसर हो सकता है।
विटामिन डी की कमी से बचाव:
अपने बच्चे को नियमित रूप से विटामिन डी सप्लीमेंट दें, खासकर यदि वे सर्दियों के महीनों में पर्याप्त धूप नहीं लेते हैं।
अपने बच्चे को विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थ खिलाएं।
जब भी संभव हो, अपने बच्चे को धूप में समय बिताने के लिए प्रोत्साहित करें।
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