शिवराज से मोदी-शाह ने पूछा- मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव की सीटें कितनी रहेंगी
भाजपा राज्यों में होने वाले विभानसभा चुनावों के साथ-साथ लोकसभा चुनावों के प्रति भी गंभीर नजर आ रही है। इसी के तहत 28 अगस्त को भाजपा शासित मुख्यमंत्रियों की बैठक भी होनी है। जिसमें सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को ब्यौरा देना है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने सभी मुख्यमंत्रियों को दिल्ली बुलाया है।
बैठक से पहले मोदी और शाह ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पूछा है कि लोकसभा चुनावों के मद्देनजर राज्य में सीटों की क्या स्थिति रहेगी व राजनीतिक समीकरण क्या होंगे। साथ ही दलों के महागठबंधन से प्रदेश में स्थिति कैसी रहेगी। इन्हीं दो बिंदुओं पर फीडबैक लेने के लिए यह बैठक बुलाई गई है।
महागठबंधन का तोड़ निकालना चाहती है भाजपा
इस बैठक से यह साफ पता चल रहा है कि भाजपा चुनावों से पहले महागठबंधन का तोड़ निकलना चाहती है। मध्यप्रदेश के साथ-साथ छत्तीसगढ़, राजस्थान और मिजोरम में भी चुनाव होने हैं।
यह माना जा रहा है कि मध्यप्रदेश और राजस्थान में बसपा के साथ कांग्रेस चुनाव लड़ सकती है। जिसका असर लोकसभा चुनावों पर भी पड़ सकता है। अगर लोकसभा सीटों की बात करें तो 2014 में भाजपा के खाते में 29 में से 27 सीटें आई थीं। बाद में जब झाबुआ-रतलाम संसदीय सीटों पर उपचुनाव हुए तो कांग्रेस को जीत मिली। इस वक्त प्रदेश में भाजपा के पास 26 और कांग्रेस के पास 3 सीटें हैं। 2019 में ये स्थिति कैसी रहेगी इस बात की जानकारी भी शाह ले सकते हैं।
प्रदेश में लोकसभा चुनावों के मद्देनजर लोकसभा कमेटी भी बन चुकी है। जिसके संयोजक केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर हैं। सितंबर में अपने दौरे के दौरान शाह लोकसभा चुनाव के लिहाज से भी रणनीति पर बात कर सकते हैं। वहीं इस चर्चा के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान जन आशीर्वाद यात्रा के अलावा विभिन्न कमेटियों का फीडबैक भी शाह को देंगे और उनके आगामी दौरे पर भी बात करेंगे।