मध्य प्रदेश: सीएम ने कहा, गरीबों के लिए खोला खजाना, कांग्रेस बोली- सपने दिखाने वाली सरकार

मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मुख्यमंत्री राज्यभर में जन आशीर्वाद रैली निकाल रहे हैं। जहां वह गरीबों की जिंदगी बदलने की संबल योजनाओं पर चलाए जा रहे अभियानों की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिलना काफी मुश्किल होता था लेकिन मैंने अपने पूरे कार्यकाल में सीएम की विशिष्टता की परिभाषा को बदल दिया है और मैं परिवार का सदस्य बनकर गरीब लोगों की लगातार सेवा करने में लगा हूं। आपका मुख्यमंत्री जनता के बीच गांव-गांव में आकर खड़ा है। यही नहीं सरकार का खजाना गरीबों की जिंदगी बदलने और खुशहाल बनाने को खोल दिया है। 2022 तक हर गरीब का अपना पक्का मकान होगा। भाजपा जो कहती है, वह करके दिखाती है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों ने गरीबी हटाने का सिर्फ नारा दिया था। लेकिन हमारी सरकार ने हर गरीब को रहने के लिए जमीन का पट्टा देकर जमीन का मालिक बनाया है, जो भी पात्र शेष हैं, उन्हें पट्टे दिए जाएंगे। अब कोई भी गरीब झोपड़ी में नहीं रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा शिक्षकों की भर्ती सितंबर में होनी है। इसमें 50 प्रतिशत स्थान बेटियों के लिए आरक्षित रहेंगी।
भारत की छवि खराब कर रहे राहुल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सागर में मीडिया से चर्चा में कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी विदेशों में भारत की छवि खराब कर रहे हैं। वे विदेश यात्रा के दौरान कभी प्रधानमंत्री, कभी संघ ताे कभी भाजपा की आलोचना करते हैं। एक बार वाशिंगटन में मुझसे तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह के बारे में कहा गया था कि वे अंडर अचीवर हैं। मैंने इसका विरोध जताते हुए कहा था कि वे किसी पार्टी के नहीं, बल्कि भारत के पीएम हैं। उन्होंने कहा कि विदेशों में जाकर देश को बदनाम करने की हमारी परंपरा कभी नहीं रही।
राहुल गांधी कौन सी परंपरा निभा रहे हैं ?
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस झूठ फैलाने का काम कर रही है। चप्पलें बांटी तो उसमें भी कैंसर लेकर आ गए। केंद्रीय एजेंसी से जांच के बाद चप्पल बांटी गईं थी। जनआशीर्वाद यात्रा में सरकारी खर्च के सवाल पर उन्होंने कहा कि यात्रा को जनसमर्थन मिलने से कांग्रेस बौखला गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मप्र में रेलवे नेटवर्क बेहतर करने पर हमारा जोर है। इसके लिए रेलवे से चर्चा चल रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 15 साल पहले साढ़े सात लाख में सिंचाई होती थी, जिसकी क्षमता आज बढ़कर 40 लाख हो चुकी है। बुंदेलखंड में बीना- परियोजना से सवा 2 लाख एकड़ जमीन सिंचित होगी। केन-बेतवा परियोजना का लाभ प्रदेश को अधिक से अधिक मिले, इसके लिए अंतिम चरण पर बात हो रही है। इस परियोजना से साढ़े 10 लाख एकड़ जमीन में सिंचाई होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पहले भी चुनाव हुए लेकिन इन चुनावों में मर्यादा ने सीमा लांघ ली है। लोकतंत्र में राजनैतिक प्रतिद्वंदता और विचारों में मतभेद होता है। मध्यप्रदेश की राजनीति ने संस्कार और संस्कृति को कभी नहीं भूला, लेकिन इन चुनावों में कांग्रेस सत्ता के लिए संस्कारों को भूलकर अनर्गल और अमर्यादित आचरण कर रही है। कभी वो हमें नालायक कहते हैं तो कभी वेश्या का दर्जा देते हैं। कभी मदारी कहते हैं तो कभी जनरल डायर।
कांग्रेस ने भी कसी कमर
वहीं दूसरी तरफ चुनाव के मद्देनजर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए जनसभाएं करने के लिए कमर कस ली है। वे शुक्रवार से 16 सितंबर तक देवसर, उमरिया, गंजबासौदा, दमोह, टीकमगढ़, लहार, मुरैना, पेटलावद, नीमच और देपालपुर में जनसभाओं को संबोधित करेंगे। कई जगह वे एक दिन में दो सभाएं लेंगे। कमलनाथ ने प्रदेश की चरमराई डॉक्टरों की व्यवस्था को दूर करने की बात कही उन्होंने चिकित्सा प्रकोष्ठ की बैठक में कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर सबसे पहले प्रदेश के अस्पतालों में डॉक्टर्स की कमी दूर करेंगे।
सपने दिखाने वाली सरकार
कमलनाथ ने कहा कि भाजपा सपने दिखाने वाली सरकार रही है। उन्होंने कहा कि सीएम ने चुनावी साल में 40 हजार शिक्षकों को भर्ती करने की बात कही है, 2013 में भी उन्होंने इस तरह के सपने दिखाए थे। वे फिर से चुनावी साल में नौकरियों का लालीपॉप दिखाकर युवाओं को धोखा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि नोटबंदी की सच्चाई सामने आ चुकी है लेकिन अब तक कालाधन सामन नहीं आया। उन्होंने तेंदूपत्ता श्रमिकों के लिए जूता खरीदी में भी कमीशनबाजी का आरोप लगाया।