मध्य प्रदेश चुनाव: जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन(जयस) ने बदली रणनीति
मध्य प्रदेश में विधान सभा चुनाव में ताल ठोकने के लिए आदिवासी समाज के नेता भी तैयार हैं। इस बार विधानसभा चुनाव में आदिवासी नेताओं की पार्टी जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन (जयस) भी अपने उम्मीदवार उतार रही है। जयस का उद्देश्य अपनी सरकार बनाना है ताकि आदिवासियों के हितों की अनदेखी ना हो।
आदिवासी संगठन इस चुनाव में 80 सीटों पर अपने प्रत्याशियों उतारने जा रहा है और खास बात ये कि इनमें सिर्फ आदिवासी ही नहीं, बल्कि सामान्य और ओबीसी वर्ग के नेताओं को भी टिकट दिया जाएगा। जयस ने अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए ओबीसी वर्ग के नेताओं को भी जगह देने की घोषणा की है। ऐसी 33 सीटें तय की गई हैं, जहां से समान्य और ओबीसी वर्गों के प्रत्याशी मैदान में उतारे जाएंगे।
दरअसल जयस का फोकस खासकर उन सीटों पर है, जहां आदिवासी मतदाताओं की संख्या 40 हजार से ज्यादा है। पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक डॉ. हीरालाल अलावा ने बताया कि पार्टी ने कई सामान्य प्रत्याशियों के नाम भी तय कर लिए हैं। आपको बता दें कि इन समान्य वर्ग के उम्मीदवारों में ग्वालियर पूर्व से व्यापमं मामले में व्हिसल ब्लोअर रहे आशीष चतुर्वेदी भी शामिल हैं।
जयस पार्टी ने चुनाव में अपनी धमक दिखाने के लिए मनावर में 21 अक्टूबर को बड़ा आयोजन करने का मन बनाया है। पार्टी पदाधिकारियों ने दावा किया है कि इसमें एक लाख लोग शामिल होंगे और इसी दौरान प्रत्याशियों के नामों की घोषणा भी कर दी जाएगी। इस आयोजन को जयस के पहले शक्ति प्रदर्शन के तौर पर भी देखा जा रहा है।