MP: चुनाव आयोग की निगरानी में दुर्गा पंडाल, नेताओं के लिए मुसीबत
भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में जगह-जगह दुर्गा पंडाल सज गए हैं. यहां झांकियों को देखने के लिए शाम के वक्त भारी तादाद में लोग उमड़ते हैं. आमतौर पर दुर्गा पंडाल के आसपास का इलाका नेताओं के होर्डिंग और बैनर से पट जाता है, लेकिन इस बार नजारा कुछ और है. चुनाव आयोग का खौफ यहां देखा जा रहा है और नेताओं के होर्डिंग्स नदारद हैं. कुछेक होर्डिंग्स पर नेताओं की तस्वीर जरूर देखी जा रही है.
इस तरह के होर्डिंग्स का खर्च अब उम्मीदवार के चुनावी खर्च में शामिल हो सकता है. जिस इलाके में ये होर्डिंग्स लगे हैं, वो मंत्री विश्वास सारंग का विधानसभा क्षेत्र नरेला है. इस बार भी नरेला से विश्वास सारंग को ही संभावित उम्मीदवार समझा जा रहा है. यदि ऐसा हुआ तो सारंग के चुनावी खर्च में ये होर्डिंग भी जुड़ जाएगा. चुनाव आयोग ने ऐसे होर्डिंग्स की और नेताओं के धार्मिक स्थलों के दौरो की वीडियो रिकॉर्डिंग करने की तैयारी भी कर रखी है. विश्वास सारंग का कहना है कि चुनाव आयोग की गाइड लाइन का पूरा पालन किया जाएगा.
धार्मिक स्थलों पर चुनाव आयोग की निगरानी के बाद राजनैतिक दलों के लिए पशोपेश के हालात हैं. वो पंडालों पर जाकर पूजा कैसे करें और हमेशा की तरह ऐसे आयोजनों पर होर्डिंग लगाकर अपनी मौजूदगी को कैसे जाहिर करें. बीजेपी तो कहती है कि धर्म निजी विषय है. इस पर किसी भी धर्म स्थल पर नेताओं के जाने की पाबंदी नहीं लगायी जा सकती है. वहीं कांग्रेस का कहना है कि हमारे नेता चुनाव आयोग की गाइड लाइन का पूरा पालन करते हुए निजी तौर पर धार्मिक अनुष्ठान करेंगे.