उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए किसानों व संस्थाओं को "जैविक इंडिया अवार्ड्स" से किया गया सम्मानित
- In देश 24 Sept 2022 4:10 PM IST
आगरा: शुक्रवार को ताजनगरी आगरा के ताज होटल एंड कन्वेंशन सेंटर में टेफ्लाज व इंटरनेशनल कंपिटेन्स सेंटर फ़ॉर आर्गेनिक एग्रीकल्चर (आईसीसीओए) के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित ऑर्गेनिक फूड इंडिया कॉन्क्लेव 2022 के दौरान "जैविक इंडिया अवार्ड्स' समारोह के तीसरे संस्करण का भव्य आयोजन हुआ। जैविक कृषि के क्षेत्र में विभिन्न व्यक्तियों व संस्थाओं के असाधारण योगदान को पहचान देने के उद्देश्य से "जैविक इंडिया अवार्ड्स" से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अथिति माननीय कृषि मंत्री, कर्नाटक सरकार बीसी पाटिल ने अवार्ड विजेताओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा, " जैविक खेती समय की मांग है और किसानों को समय के अनुकूल अपनी खेती के तरीके में परिवर्तन करना चाहिए, और अपने लाभ के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग करना चाहिए। केंद्र व कर्नाटक की सरकार किसानों को उनकी उपज का अधिकतम मूल्य प्राप्त करने में मदद करने के लिए उन्हें आवश्यक सुविधाएं प्रदान कर रही है।"
कैलाश सिंह, प्रबंध निदेशक, टेफ्लाज और आयोजक ग्लोबोइल इंडिया ने कहा, "दुनिया भर में जैविक कृषि व्यवसाय बहुत तेजी से बढ़ रहा है। विश्व स्तर पर उपभोक्ताओं की बढ़ती मांग के साथ, इस क्षेत्र में विभिन्न समूहों की सक्रिय भागीदारी देखी जा रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए, जैविक खेती, उसके प्रचार-प्रसार और व्यवसाय की दिशा में अमूल्य योगदान देने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं का "जैविक इंडिया अवार्ड्स" से सम्मान कर हम स्वयं को सम्मानित महसूस कर रहे हैं।"
इंटरनेशनल कंपिटेन्स सेंटर फ़ॉर आर्गेनिक एग्रीकल्चर (आईसीसीओए) के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर मनोज मेनन ने बताया, "वार्षिक आयोजन के रूप में, जैविक इंडिया पुरस्कारों का पहला संस्करण 2018 में बंगलौर में और 2019 में नई दिल्ली में दूसरा संस्करण आयोजित किया गया था। कोविड के चलते पिछले दो वर्षों से यह सम्मान समारोह आयोजित नहीं किया जा सका था। अब इस वर्ष आगरा में "जैविक इंडिया अवार्ड्स" के तीसरे संस्करण का भव्य आयोजन हुआ।"
इस सम्मान समारोह में विशिष्ट अतिथियों बी सी पाटिल माननीय कृषि मंत्री, कर्नाटक व श्री गणेश जोशी, माननीय कृषि मंत्री, उत्तराखंड के कर-कमलों द्वारा पुरस्कारों का वितरण हुआ।
उत्तर क्षेत्र में जैविक खेती का प्रथम पुरस्कार मध्य प्रदेश के श्री राहुल कुमार को व राजस्थान के ईश्वर चंद्र गौतम को दूसरा पुरस्कार प्रदान किया गया है। उत्तर क्षेत्र में प्राकृतिक खेती का पुरस्कार जसवीर सिंह-उत्तराखंड को प्रदान किया गया।
दक्षिण क्षेत्र में जैविक खेती का पहला पुरस्कार कर्नाटक के हनमंथ गुरुपाद हलाकी को व दूसरा पुरस्कार केरल के जोस जोसेफ को प्रदान किया गया। दक्षिण क्षेत्र में प्राकृतिक खेती पुरस्कार आंध्र प्रदेश से अदिरेड्डी पल्ली पीकेवीवाई (बांदी ओबुलम्मा) को दिया गया।
पूर्वी क्षेत्र में जैविक खेती का प्रथम पुरस्कार बिहार के नीतीश कुमार को व दूसरा पुरस्कार असम के अंजल लिम्बू को प्रदान किया गया। पूर्वी क्षेत्र में प्राकृतिक खेती का पुरस्कार पश्चिम बंगाल के सेरोजा लेप्चा को दिया गया।
पश्चिम क्षेत्र में जैविक खेती का पहला पुरस्कार महाराष्ट्र की योगिता गजन्ना धुर्वे को व दूसरा पुरस्कार गुजरात के जिगर प्रवीणभाई देसाई को प्रदान किया गया। पश्चिम क्षेत्र में प्राकृतिक खेती का पुरस्कार महाराष्ट्र की सुनीता बलिराम को दिया गया।
इन पुरस्कारों के लिए सम्मान पत्र के साथ किसानों को प्रोत्साहन स्वरूप 50,000/- रुपये का नकद पुरस्कार भी दिया गया।
सरकार / राज्य सरकार / एजेंसियों की श्रेणी में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल नीतियां बनाने व उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रथम पुरस्कार उत्तराखंड ऑर्गेनिक कमोडिटी बोर्ड - उत्तराखंड को दूसरा पुरस्कार मणिपुर जैविक विभाग को जाता है - मणिपुर व तीसरा पुरस्कार रायथू साधकार संस्था - आंध्र प्रदेश को प्रदान किया गया।
जैविक आंदोलन में उत्कृष्ट भूमिका निभाने के लिए विशेष पुरस्कार से कृषि विभाग, कर्नाटक सरकार को सम्मानित किया गया।
जैविक उत्पादों के निर्यातकों के लिए प्रथम पुरस्कार सुमिन्टर इंडिया ऑर्गेनिक्स - महाराष्ट्र, दूसरा पुरस्कार संयुक्त रूप से नेचर पर्ल्स प्राइवेट लिमिटेड - हरियाणा व रैडिको कलर मी - उत्तर प्रदेश को व तीसरा पुरस्कार एरोमेटिक एंड अलाइड केमिकल्स- उत्तर प्रदेश को प्रदान किया गया।
भारतीय बाजारों में जैविक ब्रांडों के लिए पहला पुरस्कार त्रेता एग्रो प्रा. लिमिटेड - हरियाणा, दूसरा पुरस्कार फलादा ऑर्गेनिक कंज्यूमर प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड - कर्नाटक को व तीसरा पुरस्कार शशि नेचुरल एंड ऑर्गेनिक्स प्राइवेट लिमिटेड - महाराष्ट्र को प्रदान किया गया।
प्रत्यक्ष किसान परियोजना वाली कंपनियों के लिए पहला पुरस्कार पवित्रामेंथे फेयर ऑर्गेनिक प्राइवेट लिमिटेड - उत्तर प्रदेश को, दूसरा पुरस्कार संयुक्त रूप से सुस एग्री डेवलपमेंट प्राइवेट लिमिटेड - कर्नाटक को व पतंजलि ऑर्गेनिक रिसर्च इंस्टीट्यूट प्राइवेट लिमिटेड – उत्तराखंड को व तीसरा पुरस्कार ओएनजीनिक फूड्स प्राइवेट लिमिटेड - पश्चिम बंगाल को प्रदान किया गया।
प्रमाणन एजेंसियों की श्रेणी में भारत भर से तीन एजेंसियों को पुरस्कार दिये गए। प्रमाणन एजेंसियों की श्रेणी में पहला पुरस्कार अदिति ऑर्गेनिक सर्टिफिकेशन्स प्राइवेट लिमिटेड कर्नाटक को व दूसरा पुरस्कार ग्रीन बायो सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड - महाराष्ट्र को प्रदान किया गया।
जैविक खेती के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली क्षेत्रीय परिषदों की श्रेणी में पहला पुरस्कार सेंटर फॉर सस्टेनेबल एग्रीकल्चर (सीएसए) - तेलंगाना को दूसरा पुरस्कार रिलाएबल आर्गेनिक सर्टिफिकेशन आर्गेनाइजेशन-कर्नाटक को व तीसरा पुरस्कार क्यूमार्क इंटरनेशनल सर्टिफिकेशन प्राइवेट लिमिटेड लिमिटेड - असम को प्रदान किया गया।
जैविक बाजरे की मार्केटिंग करने वाली कंपनियों की श्रेणी में पहला पुरस्कार दावणगेरे और चित्रदुर्ग जिले के रीजनल को-ऑपरेटिव फार्मर्स एसोसिएशन फेडरेशन लिमिटेड- कर्नाटक व दूसरा पुरस्कार बेलगावी रीजनल को-ऑपरेटिव फार्मर्स एसोसिएशन फेडरेशन लिमिटेड- कर्नाटक को प्रदान किया गया।
जैविक व्यवसाय में फार्मर प्रोड्यूसर आर्गेनाइजेशन (एफपीओ) या किसान उत्पादक संगठनों की श्रेणी में पहला पुरस्कार सहज समृद्ध ऑर्गेनिक प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड - कर्नाटक को, दूसरा पुरस्कार चक-हाओ पोयरिटॉन ऑर्गनिक प्रोड्यूसर कंपनी- मणिपुर को व तीसरा पुरस्कार निट्टापुट्टु एनएफ एफपीओ - आंध्र प्रदेश को प्रदान किया गया।
इन पुरस्कारों के अलावा
कृषि विभाग, बिहार सरकार
, पंजाब कृषि निर्यात निगम लिमिटेड
, जीवामृत ऑर्गेनिक्स किसान निर्माता कंपनी लिमिटेड
, भूमाथा ऑर्गेनिक सर्टिफिकेशन सहज अहरम प्रोड्यूसर
, जैविक खेती अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र, वीएनएमकेवी
, श्री फूल सिंह - यूपी से जैविक और प्राकृतिक खेती श्री प्रकाश सिंह - यूपी से जैविक और प्राकृतिक खेती के लिए विशेष जूरी प्रशंसा पुरस्कार से सम्मानित किया गया।