इमरान खान की सरकार से पहली बार भारत करेगा बात, सिंधु जल समझौते पर होगी चर्चा
- In देश 27 Aug 2018 11:51 AM IST
भारत पाकिस्तान की इमरान खान सरकार के साथ पहली आधिकारिक बातचीत करने के लिए तैयार है। इस हफ्ते भारत से एक टीम इस्लामाबाद की यात्रा पर जाएगी और स्थायी सिंधु आयोग (पीआईसी) के साथ बैठक करेगी। जहां अतीत में भारत ने पानी की वार्ता को 'सिंधु जल समझौते' के अतंर्गत जरूरी बता चुका है। वहीं इस बैठक का समय भी काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि खान ने एक हफ्ते पहले ही प्रधानमंत्री कार्यालय का कार्यभार संभाला है।
बैठक में भारतीय दल का नेतृत्व पीके सक्सेना करेंगे, वहीं पाकिस्तान की तरफ से सैयद मेहर अली शाह को इसकी आयुक्त बनाया गया है। पाकिस्तान इमरान खान के नेतृत्व में भारत से बिना किसी खलल के बातचीत के सिलसिले को आगे बढ़ाने की बात कह चुका है। वहीं भारत सीमापार आतंकवाद के मामले को लेकर इस पर पूरी सावधानी बरत रहा है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इमरान खान को बधाई पत्र लिखकर पाकिस्तान के साथ सार्थक और रचनात्मक बातचीत को लेकर प्रतिबद्धता व्यक्त की थी।
बेशक दोनों ही देश रचनात्मक बातचीत के लिए तैयार हैं लेकिन व्यापक बातचीत को लेकर अभी कोई चर्चा नहीं हुई है। भारत कई मौकों पर यह बात साफ कर चुका है कि जब तक पाकिस्तान भारत के खिलाफ काम कर रहे आतंकी समूहों पर कोई कार्रवाई नहीं करता तब तक उसके साथ व्यापक बातचीत संभव नहीं है। दोनों देशों के बीच फिलहाल विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उनके समकक्ष शाह महमूद कुरैशी के बीच अगले महीने होने वाली संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) की बैठक से पहले बातचीत की संभावना से इंकार नहीं किया गया है।
पाकिस्तान ने पिछले साल वर्ल्ड बैंक के सामने जम्मू कश्मीर में किशनगंगा (330 मेगावाट) और रातले (850 मेगावाट) में होने वाली पनबिजली परियोजनाओं का मोदी द्वारा किए जाने वाले उद्घाटन और भारत के डिजाइन पर सवाल उठाते हुए अपनी चिंता व्यक्त की थी। पाकिस्तान का कहना था कि यह परियोजना समझौते का उल्लंघन करता है और इससे पाकिस्तान में बहने वाली नदी की जल आपूर्ति सीमित हो जाएगी। बता दें कि वर्ल्ड बैंक सिंधु जल समझौते की निगरानी करता है।