पाकिस्तान में आज रखी जाएगी करतारपुर कॉरीडोर की आधारशिला
- In देश 28 Nov 2018 12:41 PM IST
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान देश के करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारत के गुरदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा से जोड़ने वाले बहुप्रतीक्षित गलियारे की आधारशिला रखेंगे. माना जाता है कि करतारपुर में ही सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी ने अंतिम सांस ली थी.
करतारपुर साहिब पाकिस्तान में रावी नदी के पार स्थित है और डेरा बाबा नानक से करीब चार किलोमीटर दूर है. सिख गुरु ने 1522 में इस गुरुद्वारे की स्थापना की थी. करतारपुर गलियारे से भारतीय सिख श्रद्धालु करतारपुर में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब तक वीजा रहित यात्रा कर सकेंगे. इस गलियारे के छह महीने के भीतर बनकर तैयार होने की उम्मीद है.
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मुहम्मद फैसल ने करतारपुर के लिए रवाना होने से पहले बुधवार को इस्लामाबाद में मीडिया को कहा कि करतारपुर सीमा का खुलना अल्पसंख्यकों के कल्याण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है. उन्होंने कहा, ''यह दिखाता है कि पाकिस्तान अल्पसंख्यकों का ख्याल रखता है.''
फैसल ने यह भी कहा कि अगले वर्ष नवंबर में गुरु नानक देव की 550 जयंती से पहले गलियारे का निर्माण पूरा हो जाएगा. भारत की ओर गलियारे के लिए सोमवार को उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने आधारशिला रखी थी.
पाकिस्तान में होने वाले समारोह के लिए नवजोत सिंह सिद्धू मंगलवार को ही यहां पहुंच चुके हैं. भारत सरकार ने कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और हरदीप सिंह पुरी को भेजा है. भारत ने इस गलियारे का प्रस्ताव पाकिस्तान को करीब 20 साल पहले दिया था.
बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर पाक आर्मी चीफ जनरल बाजवा से गले लगने का बचाव किया है. नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा है कि वह पाक आर्मी चीफ से सिर्फ एक सेकेंड के लिए गले मिले थे. यह कोई राफेल डील नहीं थी. नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि जब दो पंजाबी मिलते हैं तो वे एक दूसरे को गले लगाते हैं. पंजाब में यह एक आम बात है.
सिद्धू ने कहा कि मैं समझता हूं कि करतापुर कॉरिडोर दोनों देशों के बीच एक पुल का काम करेगा और दुश्मनी को मिटाएगा. उन्होंने कहा कि यह कॉरिडोर लोगों से लोगों के बीच संपर्क को बढ़ाएगा. यह मेरा विश्वास है कि इसमें संभावनाएं हैं. सिद्धू ने कहा कि यह कॉरिडोर अपार संभावनाओं, शांति और समृद्धि का कॉरिडोर है.