केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को कहा कि देश में मूत्र से यूरिया निर्माण होना चाहिए
- In देश 4 March 2019 12:13 PM IST
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को कहा कि देश में मूत्र से यूरिया निर्माण होना चाहिए. अगर ऐसा होता है तो हमें उर्वरक आयात की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. वरिष्ठ मंत्री ने कहा, ''मैंने हवाई अड्डों पर मूत्र को एकत्र करने को कहा है. हम यूरिया आयात करते हैं. लेकिन अगर हम पूरे देश में मूत्र इकट्ठा करना प्रारंभ कर दें तो हमें यूरिया के आयात की आवश्यकता ही नहीं होगी. इसमें इतनी क्षमता है और कुछ भी नष्ट नहीं होगा.''
नागपुर नगर निगम के मेयर इनोवेशन अवाडर्स कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुये उन्होंने एक मिसाल देते हुए कहा कि किस प्रकार प्राकृतिक कचरे से बायो-ईंधन बनाया गया. उन्होंने कहा कि यहां तक कि मानव मूत्र जैव-ईंधन बनाने में लाभप्रद हो सकता है और इसका प्रयोग अमोनियम सल्फेट और नाइट्रोजन प्राप्त करने में किया जा सकता है.
बता दें कि विकास कार्यों पर बात करते हुए रविवार को ही झांसी में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मैं अपने संबंधित मंत्रालय की ओर से घोषणा करता हूं कि 550 किमी लंबी बेतवा नदी पर जलमार्ग बनाया जाएगा. नितिन गडकरी ने यह भी कहा कि वह नेता नहीं हूं जो लोगों को केवल सपने दिखाते हैं, मैं सपनों को पूरा भी करता हूं. दरअसल, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, जहाजरानी, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी रविवार को उत्तर प्रदेश के झांसी आए थे. इस दौरान उन्होंने 600 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया.
इस दौरान नितिन गडकरी ने जनसभा को संबोधित करते हुए मंच से घोषणा की कि बेतवा नदी को जलमार्ग घोषित किया जा रहा है. मैं आपको केवल सपने नहीं दिखाऊंगा, बल्कि उन सपनों को सच भी करूंगा. इसके साथ ही उन्होंने मंच से ही जलमार्ग की घोषणा पर डीपीआर तैयार करने के आदेश दिए. उन्होंने कहा कि बेतवा मध्य प्रदेश के होशंगाबाद से शुरू होकर उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में पहुंचकर यमुना में मिलती है. इस पर जलमार्ग बन जाने से आवागमन बेहद सस्ता और सुगम हो जाएगा.
इससे पहले नितिन गडकरी ने खुद को ''पक्का आरएसएस वाला'' बताते हुए शुक्रवार को कहा था कि वह प्रधानमंत्री पद की दौड़ में नहीं हैं और उनके लिए राष्ट्र सर्वोपरि है. गडकरी ने कहा कि आगामी चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलेगा और देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विकास की राह में आगे बढ़ेगा जबकि ''हम उनके पीछे खड़े हैं.'' केन्द्रीय मंत्री ने इन अटकलों पर प्रतिक्रिया की कि खंडित जनादेश के मामले में गडकरी प्रधानमंत्री पद के लिए भाजपा के आम सहमति के उम्मीदवार होंगे और कहा कि यह ''मुंगेरी लाल के हसीन सपने'' जैसा है.