महामना की बगिया की जिम्मेदारी मिल सकती है महिला VC को
- In देश 14 Oct 2017 8:19 AM IST
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वाराणसी. जिस तरह से हाल फिलहाल में बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी का नाम छात्राओं से छेड़खानी को लेकर उछला है उसको देखते हुए मानव संसाधन मंत्रालय जल्द ही किसी महिला वाइस चांसलर (वीसी) के हाथों में विश्वविद्यालय की कमान दे सकता है. महिला वीसी की नियुक्ति की चर्चा बीएचयू से लेकर दिल्ली स्थित मानव संसाधन मंत्रालय तक जरों पर है.
बताया जा रहा है कि मिनिस्ट्री ऑफ़ एचआरडी ने बीएचयू के नए वीसी की तलाश के लिए गठित सर्च कमेटी के सामने भी महिला वीएसी को लेकर एक ऐसा एक प्रस्ताव भी रखा है. इसके मुताबिक़ किसी योग्य महिला कैंडिडेट का नाम सामने आने पर उसे प्राथमिकता भी दी जाएगी.
बीएचयू के वीसी को लेकर यह सारी कवायाद तब शुरू हुई है, जबकि 27 नवंबर से को वर्तमान वीसी का कार्यकाल खत्म होना है और उससे पहले किसी नए वीसी नियुक्ति होनी है. इस बीच नए वीसी की तलाश को लेकर बीएचयू के संविधान के तहत एक सर्च कमेटी भी गठित की गई है. यह समिति अगले तीस दिनों के भीतर वीसी के लिए योग्य उम्मीदवारों की एक सूची मानव संसाधन विकास मंत्रलय को सौंप देगी.
चयनित नामों के पैनल को अंतिम अनुमोदन के लिए राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा. सूत्रों की मानें तो बीएचयू में छात्रओं के साथ छेड़छाड़ की घटना ने तूल पकड़ा और विश्वविद्यालय के चीफ प्राक्टर ओएन सिंह को पद से हटाना पड़ा था. वीसी डॉ. गिरीश चंद्र त्रिपाठी को लंबी छुट्टी पर जाने के लिए बाध्य किया गया.
बीएचयू के 100 वर्षो के इतिहास में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि इस बार संस्थान को कोई महिला वीसी मिल सकती है. इसी क्रम में छात्रओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पहली बार चीफ प्राक्टर भी एक महिला को ही बनाया गया है.
अगर वरिष्ठता की बात की जाए तो यहां पर महिला प्रोफेसरों की लंबी सूची है. इनमें महिला महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. संध्या सिंह कौशिक के साथ ही सामाजिक विज्ञान संकाय की प्रो. चंद्रकला पाडिया, प्रो. अंजू शरण उपाध्याय, विज्ञान संस्थान की निदेशक प्रो. चंदना हालदार भी वरिष्ठ प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं.