PoK में तैयार हुए आतंकियों के लॉन्चिंग पैड, क्या फिर होगी सर्जिकल स्ट्राइक?
- In देश 22 Oct 2018 3:14 PM IST
जम्मू-कश्मीर में बॉर्डर पर एक बार फिर पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की कोशिशों में बढ़ोतरी हो रही है. रविवार को ही बॉर्डर के पास सुंदरबनी में पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम ने घात लगाकर भारतीय जवानों पर हमला किया. इस हमले में सेना के तीन जवान शहीद हुए हैं.
अब खबर है कि इसी सुंदरबनी के क्षेत्र में कई आतंकी लॉन्चिंग पैड बनाकर बैठे हैं. ये रिपोर्ट जवानों पर किए गए हमले की बाद आई है. रिपोर्ट के मुताबिक, PoK में तीन जगहों पर भारी संख्या में आतंकी मौजूद हैं और इन्हें पाकिस्तान की सेना का पूरा समर्थन हासिल है.
रिपोर्ट के अनुसार, इन तीनों जगह पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और सेना ने करीब 60-70 आतंकियों को इकट्ठा किया हुआ है. ये सभी आतंकी लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के बताए जा रहे हैं.
ये लॉन्चिंग पैड भारत के तंगधार और उरी सेक्टर के ठीक सामने ही हैं. अब पाकिस्तान की बैट टीम की कोशिश है कि इन्हीं इलाकों में मुजाहिद्दीन बटालियन को तैनात किया जाए ताकि भारतीय जवानों पर हमले तेज हो सकें.
आपको बता दें कि 21 अक्टूबर को सुंदरबनी में पाकिस्तान BAT टीम के करीब 6 सदस्यों ने भारतीय जवानों पर हमला किया था. इसमें 3 जवान शहीद हो गए थे.
फिर होगी सर्जिकल स्ट्राइक?
भारतीय सेना ने इससे पहले भी बॉर्डर पार स्थित लॉन्चिंग पैड को खत्म किया हुआ है. उरी हमले के बाद ही सेना ने 28-29 सितंबर, 2016 की रात PoK में घुसकर आतंकी लॉन्च पैड को तबाह कर दिया था. सेना द्वारा की गई इस सर्जिकल स्ट्राइक से पाकिस्तान पूरी तरह बौखला गया था. ऐसे में फिर ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या इन आतंकियों का खात्मा करने के लिए भारतीय जवान फिर सीमा पार जा सर्जिकल स्ट्राइक कर सकते हैं.
क्या है 'बैट'?
'बैट' (BAT) का पूरा नाम बॉर्डर एक्शन टीम है. इसके बारे में सबसे पहले पांच और छह अगस्त 2013 की दरमियानी रात को पता लगा था. तब इस टीम ने एलओसी पर पेट्रोलिंग कर रही भारतीय सेना की टुकड़ी को निशाना बनाया था.
दरअसल, यह पाकिस्तान की स्पेशल फोर्स से लिए गए सैनिकों का एक ग्रुप है. हैरानी की बात ये है कि BAT में सैनिकों जैसी ट्रेनिंग पाए आतंकी भी हैं. ये एलओसी में 1 से 3 किलोमीटर तक अंदर घुसकर हमला करने के लिए तैयार किया गया है.
'बैट' को स्पेशल सर्विस ग्रुप यानी एसएसजी ने तैयार किया है. यह पूरी प्लानिंग के साथ अटैक करती है. ये टीम पहले खुफिया तौर पर ऑपरेशनों को अंजाम देती थी लेकिन बाद में मीडिया की वजह से खबरों में रहने लगी.