देव दीपावली 2024, कार्तिक पूर्णिमा पर इस बार कब मनाई जाएगी यह खास पर्व
- In जीवन-धर्म 13 Nov 2024 2:34 PM IST
देव दीपावली, भारतीय संस्कृति में एक अत्यंत महत्वपूर्ण और आध्यात्मिक त्योहार है, जो हर साल कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस दिन को खासतौर पर भगवान शिव, विष्णु, गणेश और अन्य देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित किया जाता है। इस वर्ष 2024 में देव दीपावली का पर्व 15 नवंबर को मनाया जाएगा, जबकि कुछ क्षेत्रों में इसे 16 नवंबर को भी मनाया जाता है। आइए जानते हैं, इस विशेष दिन के महत्व और इससे जुड़ी परंपराओं के बारे में।
देव दीपावली का महत्व:
देव दीपावली का त्योहार दिवाली के बाद आता है, लेकिन इसका आध्यात्मिक महत्व और भी ज्यादा गहरा होता है। मान्यता के अनुसार, इस दिन भगवान शिव ने महालोक में राक्षसों को पराजित किया था, जिससे देवताओं को विजय मिली। इसलिए इस दिन को 'देवताओं की दिवाली' भी कहा जाता है। इसके अलावा, यह दिन गंगा में स्नान करने और दीपदान करने का भी एक अहम अवसर माना जाता है।
2024 में देव दीपावली कब मनाई जाएगी?
इस साल 2024 में देव दीपावली 15 नवंबर को पड़ी है, जबकि कुछ स्थानों पर यह 16 नवंबर को मनाई जाएगी। यह अंतर मुख्य रूप से क्षेत्रीय भिन्नताओं और पंचांगों के अनुसार होता है, क्योंकि भारतीय पंचांग में तिथियां और समय अलग-अलग होते हैं। कुछ स्थानों पर यह दिन पूरी श्रद्धा और धूमधाम से मनाया जाता है, जबकि अन्य स्थानों पर यह साधारण रूप से मनाया जा सकता है।
देव दीपावली की परंपराएं:
1. दीप जलाना: इस दिन घरों, मंदिरों और गंगा घाटों पर दीप जलाए जाते हैं। यह दीप आत्मा की शुद्धि और अंधकार से प्रकाश की ओर जाने का प्रतीक होते हैं।
2. गंगा स्नान और पूजा: विशेष रूप से गंगा नदी के तट पर लोग स्नान करते हैं और दीपदान करते हैं। यह मान्यता है कि इस दिन गंगा में स्नान करने से सारे पाप समाप्त हो जाते हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है।
3. संगीत और नृत्य: कई स्थानों पर इस दिन संगीत और नृत्य की विशेष प्रस्तुतियां होती हैं। खासकर उत्तर भारत में, जहां यह दिन भव्य रूप से मनाया जाता है।
देव दीपावली और उसके आध्यात्मिक लाभ:
देव दीपावली का धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से गहरा महत्व है। यह दिन न केवल आस्था और भक्ति के भाव को जागृत करता है, बल्कि आत्मिक शांति और सुख-शांति की प्राप्ति के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन किए गए कर्मों का पुण्य बहुत अधिक माना जाता है, और यह जीवन में नकारात्मकता को दूर करने में मदद करता है।
इस दिन के आयोजन से समाज में एकता और सद्भाव का संदेश भी फैलता है, क्योंकि लोग मिलजुल कर दीप जलाते हैं और एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं। साथ ही, यह पर्व हमें यह सिखाता है कि हमें अपने जीवन में भी अंधकार से निकलकर ज्ञान और सच्चाई की ओर बढ़ना चाहिए।
देव दीपावली, कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाया जाने वाला एक भव्य और आध्यात्मिक पर्व है। 2024 में यह 15 नवंबर को मनाया जाएगा, जबकि कुछ क्षेत्रों में यह 16 नवंबर को मनाया जाएगा। यह दिन भगवान शिव, विष्णु और अन्य देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित है और साथ ही गंगा में स्नान करने और दीप जलाने की परंपरा के रूप में मनाया जाता है। यह त्योहार समाज में सकारात्मकता, शांति और आस्था का संदेश देता है, जो हर व्यक्ति को जीवन में अंधकार से प्रकाश की ओर मार्गदर्शन करता है।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।