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नए साल 2025 में मासिक शिवरात्रि कब मनाई जाएगी? जानें सही तिथियाँ और शुभ मुहूर्त

नए साल 2025 में मासिक शिवरात्रि कब मनाई जाएगी? जानें सही तिथियाँ और शुभ मुहूर्त

2025 में महाशिवरात्रि के विशेष...PS

2025 में महाशिवरात्रि के विशेष अवसर पर हर मास की शिवरात्रि के व्रत का महत्व और उसकी तिथि जानना अत्यंत आवश्यक है। शिव पुराण में इस बात का उल्लेख है कि जो व्यक्ति शिवरात्रि का व्रत करता है, उसकी सभी इच्छाएँ पूरी होती हैं और उसके जीवन में सुख, समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।


यह व्रत विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है जो अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करती हैं। वहीं, अविवाहित युवतियां इस दिन को शीघ्र विवाह के लिए एक शुभ अवसर मानते हुए व्रत करती हैं।


मासिक शिवरात्रि हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है, लेकिन 2025 में यह तिथियाँ और शुभ मुहूर्त अलग-अलग होंगे। यहां हम 2025 में मासिक शिवरात्रि के आयोजन की तिथियों के बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं:


1. जनवरी 2025 – 30 जनवरी, गुरुवार


2. फरवरी 2025 – 18 फरवरी, मंगलवार


3. मार्च 2025 – 19 मार्च, बुधवार


4. अप्रैल 2025 – 7 अप्रैल, सोमवार


5. मई 2025 – 26 मई, सोमवार


6. जून 2025 – 14 जून, शनिवार


7. जुलाई 2025 – 4 जुलाई, शुक्रवार


8. अगस्त 2025 – 22 अगस्त, शुक्रवार


9. सितंबर 2025 – 11 सितंबर, गुरुवार


10. अक्टूबर 2025 – 30 अक्टूबर, गुरुवार


11. नवंबर 2025 – 18 नवंबर, मंगलवार


12. दिसंबर 2025 – 8 दिसंबर, सोमवार


इन तिथियों पर विशेष पूजा, व्रत और उपवास के साथ भगवान शिव और मां पार्वती की आराधना की जाती है।


शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

हर मास की शिवरात्रि के लिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि का पालन करना आवश्यक है। इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है, जिसमें उनके प्रिय वस्त्र, बेलपत्र, जल, फूल और दूध से अभिषेक किया जाता है। व्रति पूरे दिन उपवासी रहते हैं और रातभर जागकर शिवजी की उपासना करते हैं।


शिवरात्रि का व्रत विशेष रूप से आत्मिक शुद्धता, मानसिक शांति और भक्ति में वृद्धि के लिए अत्यधिक लाभकारी माना जाता है। 2025 में जब भी मासिक शिवरात्रि आए, यह अवसर आपको अपनी आस्था को और भी मजबूत करने का मिलेगा।


यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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