23 जून 2025 को शिवभक्तों के लिए बना है दुर्लभ योग, जानिए इस दिन के चार शुभ संयोग और पूजा का महत्व

आने वाला 23 जून 2025, सोमवार का दिन भगवान शिव के भक्तों के लिए अत्यंत फलदायी और महत्वपूर्ण सिद्ध होने वाला है। इस दिन न केवल सोमवार का पुण्य है, बल्कि सर्वार्थ सिद्धि योग सहित कुल चार शुभ योगों का अत्यंत दुर्लभ संयोग बन रहा है। हिंदू धर्म में सर्वार्थ सिद्धि योग को अत्यंत शुभ और कार्यसिद्धि में सहायक माना गया है। इस दिन जो भी कार्य आरंभ किए जाते हैं या जो भी व्रत-पूजा की जाती है, वे शीघ्र फलदायी सिद्ध होती हैं।
विशेष रूप से शिवभक्तों के लिए यह दिन इच्छित फल प्राप्ति और मनोकामनाओं की पूर्ति का उत्तम अवसर है। व्रत, ध्यान और शिव आराधना के साथ इस दिन को बिताना आध्यात्मिक उन्नति के द्वार खोल सकता है।
जानें कौन-कौन से बन रहे हैं चार शुभ संयोग
23 जून को केवल सर्वार्थ सिद्धि योग ही नहीं बल्कि तीन अन्य शुभ संयोग भी बन रहे हैं, जो इस दिन को अत्यंत विशेष बना देते हैं। ये चार शुभ योग इस प्रकार हैं:
1. सर्वार्थ सिद्धि योग – सभी कार्यों में सफलता का सूचक।
2. अमृत सिद्धि योग – धन, स्वास्थ्य और आयु में वृद्धि का कारक।
3. शुभ वार (सोमवार) – स्वयं में शिव भक्ति के लिए सबसे पावन दिन।
4. शुभ नक्षत्र – जिससे संकल्प और पूजा में उत्तम परिणाम प्राप्त होते हैं।
इन सभी संयोगों के एक साथ आने से यह दिन शिव भक्ति, व्रत, दान और नए कार्य आरंभ करने के लिए अत्यंत लाभकारी हो जाता है। विशेष रूप से जो लोग जीवन में नई दिशा, नौकरी, विवाह, व्यापार या संतान से जुड़ी इच्छाओं को पूरा करना चाहते हैं, उन्हें इस दिन विशेष रूप से भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए।
सोमवार को शिव पूजा का महत्व और व्रत की विधि
सोमवार का दिन भगवान भोलेनाथ को समर्पित होता है। इस दिन व्रत और शिवलिंग का अभिषेक अत्यंत पुण्यदायी माना गया है। प्रातःकाल स्नान कर शुद्ध वस्त्र धारण करें और शिव मंदिर जाएं या घर में ही शिवलिंग पर जल, दूध, शहद, दही और गंगाजल से अभिषेक करें। इसके बाद बेलपत्र, धतूरा, भांग और सफेद फूल अर्पित करें।
“ॐ नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें और शिव चालीसा या रुद्राष्टक का पाठ करें। व्रती को दिनभर उपवास रखना चाहिए और एक समय फलाहार कर रात्रि में शिव आरती करके व्रत का समापन करना चाहिए। जो भक्त सोमवार के दिन इस श्रद्धा के साथ पूजा करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
किन लोगों को इस दिन व्रत करना चाहिए?
* 23 जून का दिन उन सभी लोगों के लिए विशेष रूप से फलदायी रहेगा जो:
* वैवाहिक जीवन में शांति और प्रेम की कामना रखते हैं
* संतान सुख, शिक्षा, करियर में सफलता पाना चाहते हैं
* स्वास्थ्य लाभ, मानसिक शांति और रोगों से मुक्ति चाहते हैं
* जीवन में चल रही बाधाओं और शत्रु बाधा से छुटकारा पाना चाहते हैं
यह दिन व्रत और शिव उपासना के माध्यम से भगवान शंकर को प्रसन्न करने का श्रेष्ठ अवसर है।
23 जून 2025, सोमवार को बन रहे शुभ योगों का संगम शिवभक्तों के लिए एक आध्यात्मिक उत्सव से कम नहीं है। इस दिन की पूजा, व्रत और संकल्प, जीवन में सकारात्मक बदलाव, शांति और समृद्धि ला सकते हैं। ऐसे दुर्लभ योग बहुत कम बार बनते हैं, अतः इस दिन को साधना और भक्ति में लगाकर भगवान शिव की कृपा प्राप्त करें और अपने जीवन को शुभता से भर दें।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।