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29 नवंबर 2024, मार्गशीर्ष माह की चतुर्दशी तिथि और शुभ मुहूर्त की विशेषताएं

29 नवंबर 2024, मार्गशीर्ष माह की चतुर्दशी तिथि और शुभ मुहूर्त की विशेषताएं

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आज 29 नवंबर 2024, शुक्रवार का दिन है, और यह दिन विशेष रूप से मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के रूप में मनाया जा रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस तिथि का एक विशेष धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व है। इस दिन विशेष पूजा-पाठ, अनुष्ठान और कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त जानना जरूरी होता है, ताकि दिन की शुरुआत सकारात्मक और लाभकारी हो। आइए, जानते हैं इस दिन के शुभ मुहूर्त और तिथि के बारे में विस्तार से।


मार्गशीर्ष माह और कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि


मार्गशीर्ष माह हिंदू पंचांग के अनुसार सर्दी के मौसम में आता है और यह विशेष रूप से पूजा-अर्चना, व्रत और धार्मिक गतिविधियों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। मार्गशीर्ष माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर विशेष ध्यान दिया जाता है। इस दिन का धार्मिक महत्व इस बात से जुड़ा हुआ है कि चतुर्दशी तिथि के दौरान विशेष रूप से रात्रि के समय में व्रत और पूजा की जाती है।


हिंदू धर्म में चतुर्दशी तिथि को कई महत्वपूर्ण अवसरों पर पूजा की जाती है। इस दिन विशेष रूप से शनि, रुद्र, शिव पूजा और तंत्र-मंत्र के अनुष्ठान का महत्व होता है। विशेष रूप से इस तिथि पर रात को दीप जलाने की परंपरा भी है, जो नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने का काम करती है।


29 नवंबर 2024 का शुभ मुहूर्त


इस दिन का शुभ मुहूर्त महत्वपूर्ण कार्यों के आरंभ, पूजा, और नए निवेश के लिए बहुत अहम है। 29 नवंबर को कुछ प्रमुख शुभ मुहूर्त इस प्रकार होंगे:


1. सुबह का मुहूर्त (6:00 AM से 8:00 AM तक): इस समय को विशेष रूप से पूजा-अर्चना और धार्मिक कार्यों के लिए शुभ माना जाता है। विशेष रूप से इस समय में घर की सफाई, पूजा घर की पूजा और दीपमालिका जलाना बहुत लाभकारी होता है।


2. मध्यान्ह मुहूर्त (12:00 PM से 1:00 PM तक): यह समय नए कार्यों की शुरुआत, व्यापारिक बैठकें और छोटे व महत्वपूर्ण कार्यों को करने के लिए उपयुक्त होता है। इस समय में किए गए कार्यों में सफलता की संभावना ज्यादा होती है।


3. संध्या समय मुहूर्त (5:30 PM से 7:00 PM तक): यह समय विशेष रूप से उपवासी व्रत, दीप जलाने और रात्रि पूजा के लिए उपयुक्त होता है। इस समय को शांति और मानसिक शुद्धि के लिए ध्यान और साधना के लिए भी सर्वोत्तम माना जाता है।


धार्मिक अनुष्ठान और उपाय


चतुर्दशी तिथि पर कुछ विशेष उपाय भी किए जाते हैं, जो शांति और समृद्धि लाने में मदद करते हैं:


शिव पूजा: इस दिन शिव जी की विशेष पूजा की जाती है, जिसमें बेल पत्र, दूध, जल और अन्य पूजा सामग्री से शिवलिंग का अभिषेक करना शुभ होता है।


शनि देव की पूजा: चतुर्दशी तिथि के दिन शनि देव की पूजा से शनि दोष समाप्त होता है और जीवन में सुख-शांति आती है।


दीप जलाना: रात के समय घर में दीप जलाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक वातावरण बनता है।


रुद्राक्ष की माला: रुद्राक्ष की माला पहनने से मानसिक शांति मिलती है और आध्यात्मिक उन्नति होती है।


29 नवंबर 2024 को मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि विशेष रूप से धार्मिक अनुष्ठान और पूजा के लिए बहुत लाभकारी होती है। इस दिन किए गए शुभ कार्यों और उपायों से न केवल आत्मिक शांति मिलती है, बल्कि जीवन में सुख और समृद्धि भी आती है। इसलिए, इस दिन का सही मुहूर्त देखकर किसी भी नए कार्य की शुरुआत करना या पूजा करना अत्यंत फलदायी होता है।


यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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