बृहस्पति का मृगशिरा नक्षत्र में गोचर, 14 जून तक इन राशियों पर बरसेगी धनवर्षा, खुलेगा तरक्की का रास्ता

आज 10 अप्रैल की संध्या से देवगुरु बृहस्पति अपने नए नक्षत्र यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह गोचर सामान्य खगोलीय घटना नहीं, बल्कि राशियों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति पर गहरा प्रभाव डालने वाला परिवर्तन है। बृहस्पति अब मंगल ग्रह के स्वामित्व वाले मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश कर रहे हैं, और यह गोचर 14 जून 2025 तक प्रभाव में रहेगा। मृगशिरा नक्षत्र की ऊर्जा, बृहस्पति की ज्ञानवर्धक प्रकृति के साथ मिलकर कुछ राशियों के लिए उन्नति और समृद्धि का द्वार खोलने वाली सिद्ध हो सकती है।
मृगशिरा नक्षत्र में गोचर का गूढ़ प्रभाव
बृहस्पति को नवग्रहों में गुरु का दर्जा प्राप्त है। इन्हें ज्ञान, धर्म, धन और शुभ कार्यों का कारक माना गया है। वहीं मृगशिरा नक्षत्र, जो कि मंगल ग्रह के अंतर्गत आता है, साहस, खोज और उन्नति का प्रतीक है। जब गुरु इस तेजस्वी नक्षत्र में विचरण करते हैं, तब व्यक्ति की सोच, संकल्प और कर्मशीलता में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जाती है। इस समय में आर्थिक निर्णय, धार्मिक यात्राएं, शिक्षा से संबंधित अवसर और व्यवसाय में विस्तार जैसी संभावनाएं प्रमुख रूप से उभर सकती हैं।
इन राशियों को मिलेगा विशेष लाभ
इस गोचर से सबसे अधिक लाभ वृषभ, मिथुन, सिंह, वृश्चिक और मीन राशि के जातकों को मिल सकता है। वृषभ राशि के लोगों के लिए यह समय आर्थिक स्थिरता लाने वाला है। निवेश और साझेदारी के मामलों में सफलता मिलने के योग बनेंगे। मिथुन राशि के लिए बृहस्पति का यह गोचर करियर में उन्नति और आत्मविश्वास में वृद्धि लाएगा। सिंह राशि वालों को नया कार्यक्षेत्र या उच्च पद मिलने की संभावना है। वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह गोचर पुराने अटके कार्यों को गति देगा, जबकि मीन राशि के लिए यह समय बौद्धिक उन्नति और संतुलन बनाए रखने का अवसर होगा।
व्यापार, शिक्षा और पारिवारिक जीवन पर पड़ेगा सकारात्मक प्रभाव
बृहस्पति के इस गोचर का असर केवल आर्थिक नहीं बल्कि पारिवारिक और शैक्षणिक क्षेत्रों में भी दिखाई देगा। जो विद्यार्थी उच्च शिक्षा या प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें इस अवधि में अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। वहीं व्यापारियों के लिए यह समय नए समझौते, निवेश और लाभदायक सौदे लाने वाला हो सकता है। पारिवारिक दृष्टिकोण से यह समय सौहार्द और सामंजस्य को बढ़ाने वाला है। विशेष रूप से गुरु की कृपा से विवाह योग्य जातकों के लिए भी अनुकूल योग बनेंगे।
सतर्क रहें ये राशियाँ
जहां कुछ राशियों को यह गोचर लाभ दिलाने वाला है, वहीं कुछ के लिए आत्मचिंतन और संयम की आवश्यकता होगी। कर्क, तुला और कुंभ राशि के जातकों को इस अवधि में खर्चों पर नियंत्रण रखने की सलाह दी जाती है। जल्दबाज़ी में आर्थिक निर्णय लेना नुकसानदेह हो सकता है। साथ ही, मानसिक तनाव से बचने के लिए योग और ध्यान को अपनाना लाभकारी रहेगा।