6 सितंबर 2025 से शुरू होगा मृत्यु पंचक: जानें क्या न करें इस अशुभ अवधि में

6 सितंबर 2025 से शुरू होगा मृत्यु पंचक: जानें क्या न करें इस अशुभ अवधि में
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वैदिक ज्योतिष के अनुसार, पंचक की शुरुआत इस बार 6 सितंबर 2025, शनिवार से हो रही है। चूंकि पंचक का आरंभ शनिवार के दिन हो रहा है, इसलिए इसे मृत्यु पंचक कहा जाएगा। शास्त्रों में मृत्यु पंचक को अत्यंत अशुभ और कष्टकारी माना गया है। इस अवधि में व्यक्ति को मानसिक तनाव, शारीरिक पीड़ा और आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही दुर्घटनाओं की आशंका भी अधिक रहती है। इसलिए इस दौरान विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता होती है।

मृत्यु पंचक का महत्व और प्रभाव

ज्योतिष शास्त्र में पंचक की अवधि को विशेष फलदायी नहीं माना गया है। विशेषकर जब यह शनिवार से शुरू हो, तो इसे मृत्यु पंचक कहा जाता है। मान्यता है कि इस पंचक में किए गए कार्य लंबे समय तक बाधाएं उत्पन्न कर सकते हैं और जीवन पर नकारात्मक असर डाल सकते हैं। इस अवधि में शुभ कार्य, नए काम की शुरुआत और बड़े निवेश करने से बचने की सलाह दी जाती है।

किन कार्यों से बचना चाहिए

मृत्यु पंचक के दौरान घर बनवाना, मकान की छत डालना, बिस्तर तैयार करना, दक्षिण दिशा की यात्रा करना और नए वस्त्र या कीमती सामान खरीदना वर्जित माना गया है। इसके अलावा इस समय विवाह, गृहप्रवेश या कोई भी शुभ कार्य करना अशुभ माना जाता है। ज्योतिषियों का कहना है कि पंचक काल में यदि सावधानी न बरती जाए तो आकस्मिक घटनाएं और कठिनाइयां सामने आ सकती हैं।

उपाय और सावधानियां

हालांकि शास्त्रों में कुछ उपाय बताए गए हैं जिनसे पंचक दोष को कम किया जा सकता है। मृत्यु पंचक के दौरान भगवान शिव और हनुमान जी की पूजा करना, महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना और गरीबों को अन्न, वस्त्र एवं दान करना शुभ माना जाता है। साथ ही जरूरतमंदों की सेवा करने से भी इस अवधि का नकारात्मक प्रभाव कम हो सकता है।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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