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दिवाली के बाद अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़, कार्तिक पूर्णिमा पर सरयू नदी में स्नान के लिए उमड़ रहे हैं लाखों लोग

दिवाली के बाद अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़, कार्तिक पूर्णिमा पर सरयू नदी में स्नान के लिए उमड़ रहे हैं लाखों लोग

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दिवाली के उल्लास के बाद अब अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़ एक बार फिर से जुटने लगी है। खासतौर पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर, जब हिन्दू धर्म के अनुयायी पवित्र सरयू नदी में स्नान करने के लिए अयोध्या पहुंचते हैं। यह समय अयोध्या के लिए एक विशेष धार्मिक पर्व होता है, जो श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक बन चुका है।


कार्तिक पूर्णिमा को लेकर अयोध्या में एक अद्भुत धार्मिक माहौल बना हुआ है। लाखों श्रद्धालु इस दिन को लेकर खासे उत्साहित हैं, क्योंकि यह दिन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसे लेकर कई पुरानी मान्यताएं भी जुड़ी हुई हैं। श्रद्धालु इस दिन सरयू नदी में स्नान करने के बाद पूजा-अर्चना करते हैं और अपने जीवन में सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।


अयोध्या की पवित्रता और धार्मिक महत्व के कारण, कार्तिक पूर्णिमा पर यहां एक विशाल जनसैलाब उमड़ता है। पिछले कुछ वर्षों में इस दिन अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है। खासकर, दीपावली के बाद इस समय के धार्मिक आयोजन ने अयोध्या को एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय ध्यान का केंद्र बना दिया है।


सरयू नदी का महत्व केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक भी है। यह नदी रामायण से जुड़ी हुई है, और हिंदू धर्म के अनुयायी इसे अत्यंत पवित्र मानते हैं। कार्तिक पूर्णिमा पर यहां स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है, और इसे लेकर श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं।


अयोध्या प्रशासन और सुरक्षा बल भी इस अवसर पर विशेष तैयारियों में जुटे हैं। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए, सुरक्षा और सुविधाओं के लिहाज से कई उपाय किए गए हैं। जल, रास्तों की सफाई, और यातायात व्यवस्था में सुधार के साथ-साथ चिकित्सा सुविधाओं की भी खास व्यवस्था की गई है, ताकि इस महापर्व के दौरान किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो।


अयोध्या में इस समय एक अद्वितीय धार्मिक उत्सव का माहौल है, और श्रद्धालु यहां आकर अपने धार्मिक कर्तव्यों को निभा रहे हैं। साथ ही, यह आयोजन अयोध्या के सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को और भी बढ़ाता है, जो इस पवित्र नगरी को और भी प्रासंगिक बनाता है।


इस दौरान अयोध्या में विभिन्न प्रकार के धार्मिक आयोजन भी होते हैं, जिनमें हवन, भजन-कीर्तन और रामायण पाठ प्रमुख होते हैं। यह समय अयोध्या के लिए न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण बन चुका है।


यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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