महाकुंभ में सुरक्षा के नए इंतजाम, खोया पाया केंद्र और एआई कैमरों से मिलेगा लोगों को सुरक्षा का अहसास
- In जीवन-धर्म 22 Nov 2024 1:56 PM IST
इस साल के महाकुंभ में लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों के पहुंचने की संभावना है, और इस बार मेला प्रशासन ने एक नई पहल के तहत सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर अपनी तैयारी को और भी मजबूत कर लिया है। खास बात यह है कि इस बार, श्रद्धालुओं को खोने या चोरी का डर नहीं सताएगा, क्योंकि मेला क्षेत्र में व्यापक सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है।
मेले में आने वाले लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए एक डिजिटल खोया पाया केंद्र की शुरुआत की जाएगी, जो एक दिसंबर से लाइव होगा। इस केंद्र के जरिए श्रद्धालु खोई हुई वस्तुएं, पैसे, या अपने प्रियजन को ढूंढ सकते हैं। इसके अलावा, मेला क्षेत्र में पूरे सुरक्षा तंत्र की निगरानी के लिए अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। 328 एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) लाइसेंस प्राप्त कैमरे पूरे मेले के क्षेत्र में तैनात किए जाएंगे। ये कैमरे न केवल सुरक्षा दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि मेला क्षेत्र में कोई भी संदिग्ध गतिविधि या चोरी की घटना को भी तुरंत ट्रैक कर सकते हैं।
ये एआई कैमरे पहले ही मेला क्षेत्र की चार प्रमुख लोकेशनों पर सफलतापूर्वक परीक्षण किए जा चुके हैं। इन विशेष कैमरों की मदद से ना केवल अपराध पर निगरानी रखी जाएगी, बल्कि खोये हुए लोगों या वस्तुओं की तलाश भी तेज़ी से की जा सकेगी। इस सुरक्षा व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य मेले में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को यह अहसास दिलाना है कि वे पूरी तरह से सुरक्षित हैं और प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है उनकी सुरक्षा के लिए।
योगी सरकार के निर्देशों के तहत मेला क्षेत्र में इन एआई कैमरों की संख्या बढ़ाई जा रही है, और कैमरों के इंस्टॉलेशन का काम अंतिम चरण में है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके, प्रशासन ने सभी कैमरों का परीक्षण कर लिया है।
साथ ही, मेले में विभिन्न स्थानों पर सुरक्षा दल भी तैनात किए गए हैं, जो इस नई तकनीकी व्यवस्था को सपोर्ट करेंगे और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देंगे। इस प्रयास से महाकुंभ में एक नया सुरक्षा युग शुरू होने की संभावना है, जो न केवल भारत बल्कि विदेशी पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगा।
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