4 जुलाई को बना रहेगा पूरे दिन शुभ रवि योग, शुक्रवार का यह विशेष संयोग धार्मिक दृष्टि से अत्यंत लाभकारी

4 जुलाई को बना रहेगा पूरे दिन शुभ रवि योग, शुक्रवार का यह विशेष संयोग धार्मिक दृष्टि से अत्यंत लाभकारी
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4 जुलाई 2025, शुक्रवार का दिन ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद शुभ रहने वाला है। इस दिन पूरे दिन रवि योग का प्रभाव रहेगा, जो किसी भी कार्य की सफलता के लिए अत्यंत अनुकूल माना जाता है। धार्मिक ग्रंथों और ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, रवि योग जब शुक्र के दिन पड़ता है, तो इसका फल कई गुना बढ़ जाता है। यह योग सूर्य और चंद्रमा के विशेष संयोग से निर्मित होता है और इस दिन ऐसा दुर्लभ संयोग बन रहा है।

सूर्य और चंद्रमा का विशेष संयोग

इस दिन सूर्य देव मिथुन राशि में स्थित रहेंगे जबकि चंद्रमा तुला राशि में भ्रमण कर रहे होंगे। यह स्थिति रवि योग का निर्माण करती है। सूर्य को आत्मा और प्रतिष्ठा का कारक माना जाता है, वहीं चंद्रमा मन और भावनाओं का प्रतीक होता है। जब ये दोनों ग्रह अनुकूल स्थिति में होते हैं, तो यह योग नकारात्मकता को दूर करके सफलता के द्वार खोलता है।

रवि योग में कौन से कार्य करें

शास्त्रों के अनुसार रवि योग में किए गए धार्मिक और मांगलिक कार्य विशेष रूप से शुभ फल प्रदान करते हैं। इस योग में नए कार्य की शुरुआत, निवेश, संपत्ति खरीद, शिक्षा से जुड़े निर्णय या किसी शुभ आयोजन की योजना बनाना अत्यंत फलदायी होता है। यदि आप किसी विशेष कार्य की शुरुआत की सोच रहे हैं तो यह दिन सर्वोत्तम रहेगा।

धार्मिक मान्यता और लाभ

रवि योग में भगवान सूर्य की उपासना विशेष फलदायी मानी जाती है। इस दिन व्रत, दान, पूजा-पाठ, हवन, मंत्र जप, और सूर्य अर्घ्य देने से जीवन में सकारात्मकता आती है और कष्टों का नाश होता है। साथ ही शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी का होता है, इसलिए इस दिन रवि योग का मिलना धन प्राप्ति और सुख-समृद्धि के लिए अत्यंत शुभ संकेत देता है।

4 जुलाई 2025 का दिन ज्योतिषीय रूप से बेहद महत्वपूर्ण है। सूर्य और चंद्रमा की अनुकूल स्थिति से बना रवि योग जीवन में नए अवसरों को जन्म दे सकता है। यदि आप किसी बड़े निर्णय की योजना बना रहे हैं तो यह दिन आपके लिए वरदान साबित हो सकता है। ऐसे दुर्लभ योगों का लाभ उठाकर जीवन को सकारात्मक दिशा में मोड़ा जा सकता है।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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