17 अगस्त को सूर्य का सिंह राशि में प्रवेश, शनि के साथ बनेगा विशेष षडाष्टक योग

सूर्य का सिंह राशि में प्रवेश
17 अगस्त 2025 को सूर्य देव अपने वर्तमान स्थान से राशि परिवर्तन करते हुए सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य का यह गोचर विशेष महत्व रखता है, क्योंकि सूर्य सिंह राशि के स्वामी माने जाते हैं। इस स्थिति में सूर्य अपनी उच्च शक्ति और तेज के साथ प्रभावशाली परिणाम देने में सक्षम होंगे।
शनि के साथ षडाष्टक योग का निर्माण
सूर्य के सिंह राशि में आते ही शनि ग्रह के साथ एक विशेष षडाष्टक योग का निर्माण होगा। यह योग दो ग्रहों के बीच 6वें-8वें भाव की स्थिति से बनता है और इसका असर जीवन के कई क्षेत्रों पर पड़ सकता है। षडाष्टक योग कुछ लोगों के लिए चुनौतियां लेकर आ सकता है, वहीं कुछ जातकों के लिए यह परिश्रम के बाद सफलता के द्वार भी खोल सकता है।
राशियों पर संभावित प्रभाव
इस ग्रह स्थिति का असर सभी 12 राशियों पर अलग-अलग ढंग से दिखाई देगा। कुछ राशियों के लिए यह समय आत्मविश्वास, पद-प्रतिष्ठा और आर्थिक उन्नति का संकेत देगा, जबकि कुछ को स्वास्थ्य और कार्यक्षेत्र में सावधानी बरतनी होगी। खासकर जिन राशियों की कुंडली में सूर्य और शनि का प्रभाव मजबूत है, उनके लिए यह अवधि महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
ज्योतिषीय दृष्टि से महत्व
सूर्य सिंह राशि में स्वगृही होकर आत्मबल, नेतृत्व क्षमता और प्रशासनिक योग्यता को बढ़ाने का काम करेंगे। वहीं, शनि के साथ षडाष्टक योग जीवन में अनुशासन और कठिन परिश्रम की परीक्षा लेगा। इस समय में धैर्य, संयम और सही रणनीति अपनाने वालों को लाभ मिल सकता है।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।